बालिका गृह यौन हिंसा: कड़ी सुरक्षा के बीच आरोपितों को भेजा गया दिल्ली, कल साकेत कोर्ट में होंगे पेश
बालिका गृह यौन हिंसा मामले में केंद्रीय कारा में बंद हैं सात आरोपित कड़ी सुरक्षा में इनको ट्रेन से दिल्ली किया गया रवाना बोगी में किसी भी यात्री को प्रवेश नहीं करने दिया गया।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बालिका गृह यौन हिंसा मामले में केंद्रीय कारा में बंद सात आरोपितों को शुक्रवार को दिल्ली भेजा गया। सभी आरोपितों को शनिवार को दिल्ली के साकेत कोर्ट में पेशी किया जाएगा। उन्हें स्थानीय स्टेशन से एक ट्रेन से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भेजा गया। ट्रेन की बोगी में आरोपितों को प्रवेश कराने के बाद उसे बंद कर दिया गया। इसके बाद उस बोगी में किसी भी यात्री को प्रवेश नहीं करने दिया गया।
बता दें कि 23 फरवरी को साकेत कोर्ट में बालिका गृह मामले की सुनवाई होनी है। इसी मामले में सभी बंदियों की पेशी होनी है। यौन हिंसा मामले में स्थानीय केंद्रीय कारा में ब्रजेश के सबसे करीबी राजदार मधु, रामानुज ठाकुर, मो. साहिल, सीडब्ल्यूसी के पूर्व अध्यक्ष दिलीप वर्मा, बालिका गृह के मैनेजर रामाशंकर सिंह समेत सात आरोपित बंद हैं। इससे पूर्व सभी आरोपितों को दिल्ली भेजने के लिए गुरुवार को सभी आवश्यक तैयारियां जेल प्रशासन ने कर ली थी। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, जेल प्रशासन के अधिकारी सभी आरोपितों को कड़ी सुरक्षा में लेकर स्टेशन पहुंचे।
साकेत पॉक्सो कोर्ट को सहयोग करेगा विभाग
बालिका गृह कांड की सुनवाई को लेकर समाज कल्याण विभाग साकेत विशेष कोर्ट का पूरी तरह सहयोग करेगा। विभाग के निदेशक राजकुमार ने इस मामले में हाईकोर्ट के महानिबंधक को पत्र भेजकर यह जानकारी दी। निदेशक ने कहा कि सुप्र्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक में केस को मुजफ्फरपुर से साकेत कोर्ट स्थानांतरित किया गया है। वहीं इसकी सुनवाई तीन माह में पूरी करने को कहा गया है। इसे देखते हुए किसी तरह की मदद की जरूरत हो तो विभाग देने के लिए तैयार है।