पीजी विभागों से कम ही होगा कॉलेजों में सीटों का निर्धारण
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में ऑनलाइन पीजी एडमिशन कमेटी की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय। 31 तक नामांकन की अंतिम तिथि तक आए आवेदनों पर होगा निर्णय।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। पीजी में ऑनलाइन नामांकन में कॉलेजों से अधिक विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर विभागों में सीटें होंगी। इसके लिए आवश्यक जोड़ घटाव किया जाएगा। इस संबंध में 31 मई तक प्रतीक्षा की जाएगी। नामांकन के लिए कॉलेज वार सूची बनाकर सीटों के निर्धारण के लिए आवश्यक प्रक्रिया पूरी की जाएगी। हालांकि, इस प्रक्रिया पर अंतिम मुहर कुलपति लगाएंगे, जो शुक्रवार की बैठक में उपस्थिति नहीं थे।
अध्यक्षता प्रो कुलपति डॉ. आरके मंडल ने की। कुलसचिव कर्नल अजय कुमार राय, सीसीडीसी डॉ. अनिता शर्मा, विकास पदाधिकारी डॉ. आशुतोष सिंह व एडमिशन समन्वयक डॉ. भरत भूषण के अलावा कॉलेजों के प्राचार्य मौजूद थे। बैठक में मौजूद प्राचार्य अपने तीन साल के पीजी छात्रों की संख्या, रिजल्ट प्रतिशत व विषय वार सीटों में आवेदकों की संख्या आदि का ब्योरा लेकर आए थे।
बताया गया कि किसी भी हालत में पीजी विभागों से अधिक कॉलेजों के सीटों की संख्या नहीं बढ़ेगी। नामांकन की अंतिम तिथि 31 मई तक सभी 23 विषयों में पीजी विभागों एवं कॉलेजों में आवेदनों की संख्या का मिलान किया जाएगा। जिन कॉलेजों को अधिक सीटों की जरूरत है, वहां के 31 तक आवेदनों की संख्या व तीन साल की रिपोर्ट पर सीटों का निर्धारण होगा। आवश्यकता पडऩे पर पीजी की सीटों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
पैट की परीक्षा की तैयारी
पीएचडी एडमिशन टेस्ट (पैट) की तैयारियों पर बैठक में चर्चा हुई। जून में ही परीक्षा प्रस्तावित थी। लेकिन, अभी इसे लेकर कोई तैयारी नहीं हो पाई है। परीक्षा नियंत्रक डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि पैट का कोर्स निर्धारित किया जाएगा। ताकि, शोधार्थियों को तैयारी करने का मौका मिल सके। इसे साल के भीतर कराए जाने पर जोर दिया गया।
विभागों में शोध
राजभवन ने पिछले दिनों विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर विभागों में शोध पेपर की प्रस्तुति एवं रिसर्च कराने को लेकर रिपोर्ट मांगी है। बैठक में इस रिपोर्ट को जल्दी तैयार करने का निर्देश दिया गया है।
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