सप्तक्रांति एक्सप्रेस का इंजन बेपटरी, बोगी समेत पलटने से बचा
जंक्शन स्थित यार्ड में शंटिंग के दौरान एक बड़ा हादसा टल गया।
मुजफ्फरपुर। जंक्शन स्थित यार्ड में शुक्रवार की सुबह शंटिंग के दौरान एक बड़ा हादसा टल गया। कर्मियों की लापरवाही से प्वाइंट नंबर 310 पर शंटिंग के दौरान सप्तक्रांति एक्सप्रेस का इंजन बेपटरी हो गया। एक बोगी समेत पलटने से बच गया। हादसे से कर्मियों में अफरातफरी मच गई। यार्ड के पूर्वी भाग में शंटिंग ठप हो गई। इंजीनिय¨रग विभाग के सहायक अभियंता व यार्ड के अन्य कर्मी मौके पर भागे-भागे पहुंचे। घटना का जायजा लिया। बात सोनपुर मंडल के डीआरएम अतुल्य सिन्हा तक पहुंची तो उन्होंने जांच कर ज्वाइंट रिपोर्ट तैयार करने का तत्काल आदेश दिया।
यार्ड में लाइन नंबर 15 पर सप्तक्रांति एक्सप्रेस की एक बोगी को खींचने के लिए इंजन की शंटिंग हो रही थी। शटर ने प्वाइंट नंबर 310 पर क्लैंप नहीं लगाया और इंजन शंटिंग के लिए दौड़ पड़ा। इससे 15 के बदले 13 नंबर लाइन बन गई। इंजन के पीछे के दो पहिए पार करने के बाद आगे के दो पहिए पटरी से उतर गए। इससे सप्तक्रांति एक्सप्रेस की रैक यार्ड में फंस गई। क्रेन के आने पर इंजन को उठाया गया। दोपहर तीन बजे इंजन को पटरी पर लाया जा सका। इसके बाद परिचालन शुरू हो गया। सप्तक्रांति एक्सप्रेस करीब दो घंटा लेट प्लेटफॉर्म पर आई। अधिकारी ने बताया कि प्वाइंट नहीं बनने से इंजन बेपटरी हुआ। ज्वाइंट रिपोर्ट डीआरएम को भेजी जाएगी। रिपोर्ट से शंटरों में नाराजगी
अधिकारी ने ज्वाइंट रिपोर्ट तैयार कर ली है। इसमें यार्ड मास्टर के बदले शंटर की लापरवाही को अंकित किया गया है। इससे शंटरों में नाराजगी है। उनका कहना है कि प्वाइंट पर क्लैंप जोड़ा गया कि नहीं यार्ड मास्टर को देखना है। यार्ड मास्टर ड्यूटी पर रहते नहीं हैं। उनके ओके से ही शंटिंग होती है। इसमें यार्ड मास्टर की लापरवाही है। बेवजह शंटर को फंसाया गया।