सदर अस्पताल व जिला स्कूल भी होंगे स्मार्ट, विश्व स्तर के मैचों वाला होगा एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम
तीन मंजिला भवन में लहठी बनाने का प्रशिक्षण व बिक्री का भी खुलेगा काउंटर, पावर ग्रिड ने ली जिम्मेदारी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। अगले कुछ महीने में जिला के सदर अस्पताल व जिला स्कूल की तस्वीर पूरी तरह बदल जाएगी। सदर अस्पताल के सिस्टम निजी बड़े अस्पताल की तरह डिजिटल हो जाएंगे। वहीं जिला स्कूल के क्लास रूम में प्रोजेक्टर व एलईडी डिस्प्ले लगाए जाएंगे। बेहतर फर्नीचर से सजे बड़े ऑडिटोरियम में माइकिंग की अच्छी व्यवस्था रहेगी। लाइब्रेरी को डिजिटल किया जाएगा। बार कोड व चिप लगे स्मार्ट कार्ड छात्रों को जारी किए जाएंगे। इससे ही वे सभी सुविधा का लाभ ले सकेंगे। इसके अलावा विश्व स्तर के मैचों के लायक एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम का भी निर्माण होगा। यहां लाइव स्कोर के लिए डिजिटल बोर्ड लगाए जाएंगे। जिले की पहचान लहठी के लिए भी योजना तैयार की गई है। लहठी निर्माण के प्रशिक्षण व उसकी बिक्री के लिए एक तीन मंजिला भवन का निर्माण किया जाएगा।
आकांक्षी जिला के रूप में चयनित होने के बाद नीति आयोग की अनुशंसा पर इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। करीब 12 करोड़ की इस योजना के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी पावर ग्रिड ने ली है। इस जिम्मेदारी के लिए डीएम मो. सोहैल ने पावर ग्रिड के कार्यकारी निदेशक को पत्र लिखकर धन्यवाद दिया है।
सदर अस्पताल में यह हो जाएगी व्यवस्था
- ओपीडी में एलईडी डिस्प्ले में मरीज की प्रतीक्षा सूची नजर आएगी।
- मरीजों की ट्रैकिंग की केंद्रीयकृत व्यवस्था होगी। ताकि, मरीज की खोज आसानी से हो सके।
- मरीजों की भर्ती भी ऑनलाइन होगी। इसके अलावा उनके रिकॉर्ड को सुरक्षित रखा जाएगा।
- अस्पताल कैंपस में अनधिकृत प्रवेश पर रोक रहेगी। मरीज व उसके परिजनों को कार्ड निर्गत किए जाएंगे।
- वातानुकूलित वेटिंग हॉल का निर्माण होगा।
- अस्पताल को आग से बचाने के लिए भी आधुनिक व्यवस्था रहेगी।
जिला स्कूल में पढ़ाई की रूपरेखा भी बदल जाएगी
- वीडियो आधारित क्लास लिए जाएंगे। इसके लिए प्रोजेक्टर व एलईडी डिस्प्ले लगाए जाएंगे
- आधुनिक उपस्करों से लैस होगी प्रयोगशाला।
- डिजिटल पुस्तकालय। किताबों के अतिरिक्त यहां विशेष विषयों पर वीडियो आधारित मैटेरियल उपलब्ध रहेंगे।
- प्रत्येक माह परीक्षा ली जाएगी। ताकि, छात्र-छात्राओं के प्रदर्शन को नियमित रूप से जांचा जा सके।
- वीडियो कांफ्रेंसिंग की भी सुविधा रहेगी। ताकि, छात्र-छात्राओं व उसके अभिभावकों से सीधा संवाद हो सके।
- कंप्यूटर कक्ष को आधुनिक बनाया जाएगा। यहां छात्र-छात्राओं को आइटी का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
- कैंपस में सीसीटीवी लगाए जाएंगे।
- उपस्थिति से लेकर फॉर्म भरने की सुविधा ऑनलाइन हो जाएगी।
ऐसा होगा एस्ट्रोटर्फ का हॉकी स्टेडियम
- हर तरह की प्रतियोगिता वाले मैच आयोजित हो सके
- यहां बैठने की बेहतर व्यवस्था रहेगी। वीआइपी व कमेंटेटर बॉक्स भी बनाए जाएंगे।
- बेहतर ड्रेनेज सिस्टम। ताकि, बारिश के समय तेजी से मैदान से पानी निकाला जा सके।
लहठी को मिलेगा बाजार
- लहठी के प्रशिक्षण व बिक्री के लिए एक तीन मंजिला भवन का निर्माण। इसमें सभी सुविधाओं वाला बड़ा हॉल। जहां लहठी निर्माण का दिया जा सकेगा प्रशिक्षण।
- वीडियो आधारित वर्कशॉप की व्यवस्था
- लहठी की ऑनलाइन बिक्री की व्यवस्था