Road Safety: ओवरटेक करने के कारण सबसे ज्यादा आटो दुर्घटना, कई मामलों में जा चुकी जान
Road Safety With Jagran खासकर फोरलेन पर तो अपनी लेन में ही चलना चाहिए। वहीं अधिक कमाने के चक्कर में चालक अपनी सीट के अगल-बगल यात्रियों को बैठा लेते है जिससे वे सुरक्षित ड्राइविंग नहीं कर पाते और दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। Road Safety With Jagran: यात्रियों को गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचाना आपकी जिम्मेदारी है। आप अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा सकें इसके लिए आटो चलाते समय यातायात नियमों का पालन जरूरी है। ओवरटेक करने के कारण सबसे ज्यादा आटो दुर्घटना होती है। इसलिए आटो चालकों को ओवरटेक करने से बचना चाहिए। खासकर फोरलेन पर तो अपनी लेन में ही चलना चाहिए। वहीं अधिक कमाने के चक्कर में चालक अपनी सीट के अगल-बगल यात्रियों को बैठा लेते है, जिससे वे सुरक्षित ड्राइविंग नहीं कर पाते और दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। ये बातें यातायात नियमों के जानकार एआर अन्नु एवं मो. इलियास इलू ने दैनिक जागरण के सड़क सुरक्षा अभियान के तहत बैरिया में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में कहीं। मुजफ्फरपुर आटो रिक्शा कर्मचारी संघ के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में 50 से अधिक आटो चालकों ने भाग लिया।
रफ्तार तय मानक से अधिक नहीं रखें
अन्नू एवं इलू ने कहा कि आटो चालकों की लापरवाही से हाल के दिनों में दुर्घटनाएं बढ़ी हैं। इसलिए उनको सड़क के कानून का पालन करना होगा। आटो चलाते समय सवार यात्रियों की सुरक्षा का ख्याल रखना चाहिए। तय सीट से अधिक यात्रियों को नहीं बैठाना चाहिए। यात्रियों को उतारते- बैठाते समय सुरक्षित स्थान पर आटो रोकना चाहिए। उन्होंने कहा कि चालकों की गलती से कई यात्रियों की जान जा सकती है। इसलिए हमेशा सजग रहना चाहिए। हर दिन आटो निकालते समय उसकी पूरी तरह से जांच करें ताकि किसी प्रकार की खराबी न रह जाए। किसी प्रकार के नशे का सेवन कतई नहीं करें। गाड़ी चलाते वक्त नींद नहीं आए इसका ख्याल रखना चाहिए। आटो की रफ्तार तय मानक से अधिक नहीं रखें। कहा कि अक्सर यह देखा जा रहा कि बच्चे आटो चलाते हैं और वह भी गलत तरीक से। इसे रोका जाना चाहिए।