अहियापुर कांड: छात्रा को जिंदा जलाने के अरोपितों को फांसी की मांग को लेकर सड़क पर उतरे लोग, हंगामा Muzaffarpur News
अहियापुर में छेड़खानी के बाद लड़की को जलाने के आरोपी को फांसी देने की मांग को लेकर सिकंदरपुर नाका के पास रोड जाम। टायर जलाकर कर रहे विरोध।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाना क्षेत्र में सात दिसंबर को एक छात्रा को दुष्कर्म का विरोध करने पर तेल छिड़क कर जला दिया। इस घटना में छात्रा बुरी तरह जल गई थी। इस घटना के विरोध में लोगों ने आरोपितों को फांसी देने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। शुक्रवार की सुबह आक्रोशित लोगों ने सिकंदरपुर नाका क्षेत्र के बालू घाट ढूलानी के समीप टायर जलाकर रोड जाम कर दिया।
बता दें कि सात दिसंबर को अहियापुर थाना क्षेत्र के 23 वर्षीया छात्रा के घर में घुसकर छेड़खानी की गई। इसका विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की गई और बाद में केरोसिन छिड़ककर जिंदा जलाने का प्रयास किया गया। इस घटना में छात्रा बुरी तरह जल गई। उसे गंभीर स्थिति में एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया। जहां से बेहतर इलाज के लिए पटना के अपोलो हॉस्पीटल में रेफर किया गया। छात्रा की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
पीडि़ता मांग रही इंसाफ
राजधानी पटना स्थित अपोलो अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही अहियापुर की युवती पुलिस से लगातार इंसाफ मांग रही है। वह नहीं चाहती कि इस मामले में कोई भी दोषी बचे। नहीं किसी के खिलाफ गलत कार्रवाई हो। इन सबके बीच 90 फीसद जलने के बाद इलाजरत युवती ने पुलिस से दोबारा बयान दर्ज करने का अनुरोध किया। मामले में चल रही कार्रवाई की मॉनीटरिंग कर रहे वरीय पुलिस अधीक्षक जयंत कांत ने बताया कि महिला थानाध्यक्ष आभा रानी को युवती की इच्छा के अनुरूप तत्काल पटना भेजा। पटना में दंडाधिकारी की मौजूदगी में महिला थानाध्यक्ष ने पीड़िता का बयान दर्ज किया।
पुलिस को दोबारा दिए बयान में युवती ने पूरे घटनाक्रम का जिक्र करते हुए बताया कि घटना के वक्त घर के नीचे भी एक युवक खड़ा था। जिसे वह नहीं पहचान सकी। अब पुलिस ने उस युवक की खोज तेज की है। एसएसपी ने बताया कि दोबारा युवती का बयान आया है। इस बयान में उसने कुछ नई बातों की जानकारी दी है। जेल में बंद घटना के मुख्य आरोपित राजा राय को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। ताकि, उसके साथियों के बारे में जानकारी ली जा सके।
साथ ही अन्य तथ्यों का सत्यापन भी हो। मामले में से जुड़े तमाम तथ्यों को समेकित किया जा रहा है। तथ्यों को एकत्र करने की प्रक्रिया तेज गति से चल रही है। आरोपित को तत्काल रिमांड पर लेने के लिए संबंधित पुलिस अधिकारी को निर्देश दिया गया है। मामले में अविलंब पुलिस जांच की प्रक्रिया पूरी कर दोषी के खिलाफ कोर्ट में आरोप-पत्र समर्पित किया जाएगा।