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शासन-प्रशासन की मिलीभगत से चल रहा जहरीली शराब का धंधा

जिले में जहरीली शराब से हुई मौत की जांच को प्रदेश राजद द्वारा गठित टीम के अध्यक्ष एवं मनेर के विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा है कि राज्य में शासन एवं प्रशासन की मिलीभगत से जहरीली शराब का धंधा चल रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 14 Nov 2021 01:50 AM (IST)Updated: Sun, 14 Nov 2021 01:50 AM (IST)
शासन-प्रशासन की मिलीभगत से चल रहा जहरीली शराब का धंधा
शासन-प्रशासन की मिलीभगत से चल रहा जहरीली शराब का धंधा

मुजफ्फरपुर : जिले में जहरीली शराब से हुई मौत की जांच को प्रदेश राजद द्वारा गठित टीम के अध्यक्ष एवं मनेर के विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा है कि राज्य में शासन एवं प्रशासन की मिलीभगत से जहरीली शराब का धंधा चल रहा है। सरकार के माफिया नेता दूसरे प्रदेशों से शराब का खेप मंगवाते हैं और आरसीपी टैक्स देकर जिले से लेकर थाने तक तैनात पुलिसकर्मी करोड़ों की वसूली कर रहे हैं और लोगों की जिदगी से खेल रहे हैं। शनिवार को परिसदन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार युवाओं तथा आमजनों को बेरोजगारी, महंगाई तथा अन्य मुद्दों से भटकाकर जहरीली शराब में फंसा कर लोगों को मौत के घाट उतार रही है। इससे पूर्व जांच टीम ने कांटी एवं सरैया प्रखंड में जहरीली शराब से हुई 12 लोगों की मौत पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव के निर्देश पर मृतकों के परिजनों से मिले और वस्तु-स्थिति से अवगत हुए। इस दौरान जांच टीम में शामिल गायघाट विधायक निरंजन राय, कांटी विधायक इसराइल मंसूरी, मीनापुर विधायक राजीव कुमार उर्फ मुन्ना यादव, राजद जिलाध्यक्ष रमेश गुप्ता, राजद नेता सिपाही लाल महतो एवं प्रदेश महासचिव प्रेम गुप्ता, कुढ़नी विधायक अनिल कुमार सहनी, प्रदेश प्रवक्ता मो. इकबाल शमी, प्रदेश महासचिव जयशंकर प्रसाद यादव, मनोज शर्मा, जिला महासचिव सुधीर यादव, अभिमन्यु कुमार, शिवचंद्र राय, जितेंद्र किशोर, सुरेश राम भोला, इंजीनियर शिवनंदन साह, अजय राम आदि मौजूद रहे।

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जहरीली शराब कांड के खिलाफ निकाला मार्च

जहरीली शराब कांड के खिलाफ भाकपा माले ने प्रतिवाद मार्च कर विरोध जताया। माले नेता शत्रुघ्न साहनी ने कहा कि बिहार में जहरीली शराब से हो रही मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है। इस पर रोक लगाने के बदले सरकार केवल बयानबाजी कर रही है। मुजफ्फरपुर के काटी प्रखंड के श्रीसिया व बरियारपुर गाव में जहरीली शराब से अबतक छह लोगों की मौत के साथ यह आकड़ा 62 पहुंच गया है। हकीकत में मरने वालों की संख्या कहीं अधिक है। यह चिंता का विषय है। जब शराबबंदी है तो शराब कहां से आ रही है। इंकलाबी नौजवान सभा राष्ट्रीय परिषद आफताब आलम ने कहा कि समझ में नहीं आता कि जब आज पूरा बिहार कह रहा है कि जहरीली शराब के तंत्र के पीछे राजनेताओं-प्रशासन व शराब माफिया का गठजोड़ काम कर रहा है। इस आरोप की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसकी जांच करानी चाहिए जो नहीं करा रहे हैं। जहरीली शराब सेवन कर मरने वाले के स्वजन को 20 लाख का मुआवजा व वैकल्पिक रोजगार की तत्काल व्यवस्था की माग की। प्रतिरोध मार्च में नीरज कुमार,वतन कुमार,रंजीत राम, संदीप चौधरी, गजेंद्र, इंसाफ मंच के उपाध्यक्ष जफर आजम, महफूज आलम, मोहम्मद रेहान, प्रमुख राम, अजहर, रेयाज खान, मोहम्मद एजाज, दीपक कुमार आदि मौजूद थे।


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