Coronavirus News: रिपोर्ट के चक्कर में बढ़ रहा संक्रमण का खतरा, लगती लंबी लाइन; होती रहती धक्का-मुक्की
Coronvirus Muzaffarpur News 9 जुलाई को दिया नमूना अब तक नहीं मिल सकी रिपोर्ट। सदर अस्पताल में नहीं हो रहा शारीरिक दूरी का पालन लगती लंबी लाइन।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। कोरोना वायरस जांच की रिपोर्ट के चक्कर में संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। ये आरोप है रिपोर्ट लेने के लिए सदर अस्पताल पहुंच रहे लोगों का। शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो रहा है। नमूना देने के लिए लंबी लाइन व धक्का-मुक्की हो रही है। कोई रखवाला नहीं और न ही कोई देखने वाला। भीड़ में खड़ा कौन निगेटिव है जो पॉजिटिव हो जाए यह कहा नहीं जा सकता। सीपीआइ राज्य कार्यकारिणी सदस्य अजय कुमार सिंह ने आपबीती बताते हुए कहा कि वह अपने दल के एक संक्रमित विधान पार्षद के संपर्क में आने के बाद नौ जुलाई को नमूना दिया। अब तक रिपोर्ट नहीं मिल सकी है।
बताया कि 21 जुलाई को एसकेएमसीएच के प्राचार्य से संपर्क किया। उन्होंने सदर अस्पताल से रिपोर्ट लेने की बात कही। वहां के कंट्रोल रूम में जब संपर्क किया जो जानकारी मिली कि यहां रिपोर्ट संबंधी जानकारी नहीं है। अपनी परेशानी बताने के लिए सिविल सर्जन का फोन रिसीव नहीं हो रहा है। जिला कंट्रोल रूम के प्रभारी डॉ.सीके दास से संपर्क करने पर जानकारी मिली कि रिपोर्ट कंट्रोल रूम की दीवार पर चस्पा कर दी जाती है। उसमें अपना नाम ढूंढ़ लें। वहां देखा तो उसी तरह शारीरिक दूरी के पालन का नियम टूटता दिखा।
उन्होंने कहा कि प्रमंडलीय आयुक्त व जिलाधिकारी को इस संबंध में पूरी जानकारी दी गई है। सीपीआइ नेता ने आरोप लगाया कि जिले में प्रतिदिन करीब तीन सौ लोगों की जांच हो रही है। जांच रिपोर्ट का हार्डकॉपी उपलब्ध कराना तो दूर मोबाइल पर मैसेज भी नहीं दिया जा रहा है। सैंपल देने के बाद रिपोर्ट के लिए लोग सदर अस्पताल व प्रखंडों का चक्कर लगा रहे हैं। इससे संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इसी तरह मुशहरी, कल्याणी, अघोरिया बाजार सहित कई इलाके के दर्जनभर लोग सदर अस्पताल में रिपोर्ट के लिए भटकते नजर आए।
ये होनी चाहिए व्यवस्था
- जांच के बाद प्रतिदिन एक अलग काउंटर से रिपोर्ट का वितरण किया जाए।
- नमूना देने वाले को मैसेज के जरिए नियमित जानकारी दी जानी चाहिए।
- नमूना संग्रह से कुछ अलग वितरण सेंटर होना चाहिए, जहां जांच पर्ची के आधार पर रिपोर्ट दी जाए।