विवि और कॉलेजों में सख्ती से होगा आरक्षण रोस्टर का पालन
अब बीआरए बिहार विश्वविद्यालय और इससे संबद्ध अंगीभूत व डिग्री कॉलेजों में नामांकन से लेकर शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारियों की नियुक्ति तक में आरक्षण रोस्टर का सख्ती से अनुपालन कराया जाएगा।
मुजफ्फरपुर : अब बीआरए बिहार विश्वविद्यालय और इससे संबद्ध अंगीभूत व डिग्री कॉलेजों में नामांकन से लेकर शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारियों की नियुक्ति तक में आरक्षण रोस्टर का सख्ती से अनुपालन कराया जाएगा। विश्वविद्यालय अनुदान की ओर से इसको लेकर निर्देश जारी किया गया है। कुलसचिव को भेजे गए पत्र में यूजीसी ने कहा है कि कई कॉलेजों में आरक्षण रोस्टर के नियम को ताक पर रखकर कार्य किया जा रहा है। अब इसे लागू करते हुए नियमित रिपोर्ट भी भेजनी होगी।
वेबसाइट पर देनी होगी जानकारी : विश्वविद्यालय और कॉलेजों को अब आरक्षण रोस्टर को सख्ती से लागू करने के साथ ही इसकी जानकारी वेबसाइट पर समय-समय पर उपलब्ध करानी होगी। साथ ही यूजीसी को इसका वार्षिक प्रतिवेदन भी तैयार कर भेजना होगा। यूजीसी ने विवि समेत सभी कॉलेजों को सत्र-2020-21 में हुई नियुक्ति में आरक्षण रोस्टर की रिपोर्ट मांगी है।
नामांकन व छात्रावास में भी रोस्टर अनिवार्य : एससी, एसटी, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस के साथ ही दिव्यांगों के लिए नामांकन, नियुक्ति से लेकर छात्रावास आवंटन तक में आरक्षण रोस्टर का पारदर्शिता से पालन करने का निर्देश दिया गया है। बता दें कि कई कॉलेजों में नामांकन में रोस्टर का पालन नहीं करने की शिकायत विद्यार्थियों ने यूजीसी की हेल्पलाइन पर की थी। इसपर यूजीसी की ओर से यह निर्देश दिया गया है।
ऑनलाइन क्लास में मतदाता जागरूकता अभियान शामिल
निजी स्कूलों के विद्यार्थियों की ऑनलाइन क्लास में मतदाता जागरूकता अभियान भी शामिल किया जाएगा। इंडियन एसोसिएशन ऑफ स्कूल्स के सचिव सुमन कुमार ने प्राइवेट स्कूलों के निदेशकों एवं प्राचार्यो को पत्र लिखकर आग्रह किया है। इस जागरूकता अभियान से अच्छे जनप्रतिनिधियों को चुनने का अवसर मिलेगा।
बता दें कि 20 अक्टूबर को इंद्रप्रस्थ इंटरनेशनल स्कूल मिठनपुरा में इंडियन एसोसिएशन ऑफ स्कूल्स के साथ स्वीप कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने प्राइवेट स्कूल संचालकों से मतदाता जागरूकता अभियान में शामिल होने की अपील की थी। इस अभियान में स्कूल के बच्चे जुड़कर अपने माता-पिता एवं स्वजनों को मतदान के लिए जागरूक कर प्रेरित करेंगे। स्कूल से बच्चों के साथ उनके परिजन भी जुड़े हैं। ऑनलाइन क्लास में मतदाता जागरूकता अभियान को बल मिलेगा।