खेल का मैदान बना रैली स्थल
सिकंदरपुर स्टेडियम में बने एथलेटिक्स ट्रैक पर नेताओं की गाड़ियों को दौड़ते एवं फुटबॉल पोल पर ब'चों को झूलते देख खिलाड़ी तड़प उठे।
मुजफ्फरपुर । सिकंदरपुर स्टेडियम में बने एथलेटिक्स ट्रैक पर नेताओं की गाड़ियों को दौड़ते एवं फुटबॉल पोल पर बच्चों को झूलते देख खिलाड़ी तड़प उठे। जिस ट्रैक एवं मैदान को बनाने में खिलाड़ियों ने पसीना बहाया था उसे रौंद दिया गया। स्टेडियम में गैर खेल के आयोजन के लिए उच्च न्यायालय द्वारा रोक लगाए जाने के बावजूद बहुजन मुक्ति पार्टी को राजनीतिक कार्यक्रम के आवंटित कर दिया गया। आयोजन के लिए पंडाल निर्माण के दौरान हॉकी मैदान को बास-बल्ला गाड़ने के नाम पर खोद-डाला गया। स्टेडियम का एथलेटिक्स ट्रैक पर कार्यक्रम में शामिल पूर्व केंद्रीय मंत्री समेत दर्जनों नेताओं की गाड़ियों को दौड़ाया गया। मैदान में चंदा कर लगाए गए फुटबॉल पोल को बच्चों ने झूला बनाकर खराब कर दिया गया। मैदान की हालत देख जहां खेल संघ नाराज है वहीं खिलाड़ियां में आक्रोश है। जिला एथलेटिक्स संघ के संरक्षक अनिल कुमार सिन्हा ने कहा कि न्यायालय का सख्त आदेश है कि खेल मैदानों को गैर खेल आयोजनों के लिए आवंटित नहीं किया जाएगा। इसी रोक के कारण मैदान में मुख्यमंत्री तक का कार्यक्रम नहीं हो पाया था। फिर किस परिस्थिति में मैदान को गैर खेल के लिए आवंटित किया गया। मैदान में सरकार द्वारा संचालित हॉकी प्रशिक्षण केंद्र के खिलाड़ियों को सुबह एवं शाम में नियमित अभ्यास होता है। खिलाड़ियों ने स्वयं मेहनत कर ठीक किया था। लेकिन बांस-बल्ला गाड़ने के नाम पर मैदान को खोद डाला गया। साथ पूरे मैदान मे कचरा फैला दिया गया है। कार्यक्रम के दौरान वाहनों को स्टेडियम के बहार पार्किंग नहीं कर मैदान में प्रवेश करा दिया गया जिससे मैदान का ट्रैक खराब हो गया।