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मुजफ्फरपुर में अब निजी, वाणिज्यिक व सरकारी भवनों के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य

सौ मीटर निजी व पांच सौ मीटर क्षेत्रफल वाले वाणिज्यिक भवनों को करना होगा वर्षा जल का संचय। जल-जीवन-हरियाली कार्यक्रम के तहत सितंबर 2019 में ही सरकार ने जारी किया था आदेश नहीं हो रहा पालन।शहर को भू-जल स्तर गिरने से गंभीर पेयजल संकट से जूझना पड़ता है।

By Ajit KumarEdited By: Published: Tue, 06 Apr 2021 09:21 AM (IST)Updated: Tue, 06 Apr 2021 09:21 AM (IST)
शहर को भू-जल स्तर गिरने से गंभीर पेयजल संकट से जूझना पड़ता है।

मुजफ्फरपुर, जासं। यदि शहरी क्षेत्र में आपका मकान है तो आपको वर्षा जल का संचय करना होगा। ऐसा नहीं करते हैं तो आपका मकान सरकार सील कर सकती है। सरकार ने सौ मीटर से अधिक क्षेत्रफल वाले निजी एवं पांच सौ मीटर से अधिक क्षेत्रफल वाले वाणिज्यिक भवनों के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना अनिवार्य किया है। 

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सरकार ने जन-जीवन-हरियाली अभियान के तहत सितंबर 2019 में आदेश जारी कर निजी, वाणिज्यिक व सरकार भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने को अनिवार्य किया था। शहरी क्षेत्र के भू-जल स्तर में लगातार हो रही गिरावट और उससे हो रहे पेयजल संकट को देखते हुए वर्षा जल संचय पर विशेष ध्यान दिया था। सरकार ने सभी निकायों को आदेश जारी कर कहा था कि इसे सख्ती से लागू किया जाए, लेकिन दो साल बाद भी इसका अनुपालन नहीं हो रहा है। निगम प्रशासन जल संरक्षण की इस मुहिम को गंभीरता से नहीं ले रहा, जबकि हर साल शहर को भू-जल स्तर गिरने से गंभीर पेयजल संकट से जूझना पड़ता है।

नगर विकास विभाग ने बिल्डिंग बाइलॉज में संशोधन कर सभी निर्मित और निर्माणाधीन भवनों के लिए यह अनिवार्य किया है। आदेश नहीं मानने वालों पर जुर्माना लगाने के साथ भवनों को सील करने का आदेश दिया था। इसके अनुसार सौ मीटर से ज्यादा के क्षेत्रफल वाले सभी निजी भवनों में रेन वाटर वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाने को कहा था। निगम को ऐसे भवनों की सूची तैयार करने को कहा गया था। वहीं सरकार ने 1500 से ऊंचे और पांच मीटर से अधिक क्षेत्रफल वाले वाणिज्यिक भवनों में सख्ती से रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाने को कहा था। जिन भवनों में वाणिज्यिक गतिविधियां संचालित होती हैं वहां सबसे पहले इसे लागू करने को कहा था।

शहर के सभी सरकारी भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने का फरमान भी जारी हुआ था, लेकिन शायद ही किसी सरकारी भवन में इसे लगाया गया हो। निजी भवन मालिकों ने भी सरकार के इस निर्देश का पालन करना जरूरी नहीं समझा। वाणिज्यिक भवनों ने भी इसे गंभीरता से नहीं लिया।

कम से कम सोख्ता का निर्माण जरूर करें शहरवासी

समाजसेवी राजीव कुमार सिन्हा ने कहा कि जिस हिसाब से हम धरती से पानी खींच रहे हंै उसे चुकता नहीं कर रहे। ये आने वाले गंभीर जल संकट का संकेत दे रहे हैं। इसके लिए हमें समय रहते सचेत होना होगा। यदि शहरवासी अपने घरों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं लगा सकते तो कम से कम सोख्ता का निर्माण जरूर कराएं। यह उनके व आने वाली पीढ़ी के लिए जरूरी है।


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