शूटर विक्रांत के संरक्षक सफेदपोश की तलाश में कई ठिकानों पर छापा
सोशल मीडिया पर कई कुख्यात के साथ विक्रांत की मिली तस्वीर। कई राज्यों के हथियार तस्करों से साठगांठ उजागर बिचौलिया का भी करता था काम।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। कुख्यात शंभू-मंटू के शूटर विक्रांत की निशानदेही पर पुलिस ने पूर्वी इलाके के एक सफेदपोश की तलाश तेज कर दी है। पुलिस की एक टीम ने देर रात उसके कई संभावित ठिकाने पर छापेमारी की पर वह नहीं मिला। बताया गया कि विक्रांत की गिरफ्तारी के बाद से ही वह फरार है। पुलिस संदेह के घेरे में आए कुछ लोगों से पूछताछ कर रही है।
बताया गया है कि कि उक्त सफेदपोश विक्रांत को संरक्षण देने का काम करता था। हथियार खरीद-बिक्री की डील करने के लिए कुछ दिनों पूर्व दोनों की मुलाकात भी हुई थी। शूटर के घर से भारी मात्रा में गोलियों की बरामदगी का मामला भी उक्त सफेदपोश से जुड़ रहा है। सभी बिंदुओं पर पुलिस बारीकी से जांच कर इस पूरे गिरोह का उद्भेदन करने में जुटी है।
कई कुख्यात से साथ तस्वीर
शूटर ने कई सोशल मीडिया पर अपना आइडी बना रखा है। साइबर एक्सपर्ट की टीम ने इसे खंगाला तो कई कुख्यात के साथ उसकी तस्वीर मिली। अत्याधुनिक हथियार के साथ भी उसकी एक तस्वीर मिली है। उत्तर बिहार के कई कुख्यातों से उसका संपर्क उजागर हुआ है।
इन सभी के लिए वह शूटर का काम करता था। उसके मोबाइल से मिले अधिकांश कुख्यातों के नंबर का डिटेल्स निकाला गया। कई नंबर तो बंद पाए गए। वाट्सएप से उसके द्वारा भेजे गए आम्र्स संबंधित डील के भी कई मैसेज मिले हैं। इसे उसने डिलीट नहीं किया था। इन सभी को पुलिस ने साक्ष्य के तौर पर रखा है।
अंतिम कॉल एक सफेदपोश को किया था
मोबाइल कॉल डिटेल्स से पता लगा कि शूटर ने अंतिम कॉल पूर्वी इलाके के उसी सफेदपोश को किया था। इसी आधार पर पुलिस ने छापेमारी भी की। वह गोलियों की खेप पहुंचाने ही शहर में काफी दिनों से ठहरा हुआ था। डील फाइनल हो चुकी थी। लेकिन, तभी पुलिस ने छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
हथियार तस्करों से साठगांठ
पुलिस की छानबीन में शूटर का कई राज्यों के हथियार तस्करों से साठगांठ सामने आया है। वह बिचौलिए का भी काम करता था। मोतिहारी में उसका अक्सर आना जाना लगा रहा है। वहां के एक शूटर के लिए वह हथियार खरीद-बिक्री के काम में जुटा हुआ था। बता दें कि तीन दिन पूर्व भगवानपुर आइजी कॉलोनी स्थित उसके घर से उसे गिरफ्तार किया गया था। मौके से दो देसी पिस्टल और एके 47 की 157 गोलियां बरामद की गई थीं। पुलिस उसे जेल भेज चुकी है।