केजरीवाल अस्पताल में छापेमारी, घटना के बाद से आरोपित अंडरग्राउंड Muzaffarpur News
मारपीट के दौरान लाठी चलाने वाले दो आरोपितों की हुई पहचान। सीसी कैमरे के फुटेज दिखाकर पुलिस कर रही चिह्नित। कई जगहों पर छापेमारी आरोपित फरार।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। केजरीवाल अस्पताल में एईएस मरीज के परिजन व मीडियाकर्मी से मारपीट मामले में पुलिस ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए शनिवार को छापेमारी की। इस दौरान सभी आरोपित फरार मिले। ब्रह्मपुरा थानाध्यक्ष विश्वनाथ राम दल-बल के साथ वहां पहुंचे। उनके साथ क्यूआरटी के जवान भी थे। पुलिस को देखते ही अस्पताल कर्मियों के बीच हड़कंप मच गया। थानेदार ने उनसे पूछताछ की। मारपीट की घटना में शामिल आरोपितों के संबंध में जानकारी ली। लेकिन, किसी ने सही जवाब देने के बजाय टालमटोल करते रहे। आरोपितों की खोज में पुलिस ने अस्पताल के सभी वार्डों की भी तलाशी ली, लेकिन कोई नहीं मिला। एक घंटे तक छानबीन करने के बाद पुलिस फोर्स वहां से लौट गई।
तस्वीर दिखाकर कराई पहचान
मारपीट की घटना के बाद पुलिस को सीसी कैमरे का जो फुटेज वहां से मिला है। इसमें पूरी घटना कैद है। पुलिस ने फुटेज से तस्वीर निकाली है। इसे लेकर थानेदार ने अस्पताल कर्मियों से पूछताछ कर पहचान कराई। फुटेज में लाठी चला रहा एक मोटा व्यक्ति व अस्पताल की ड्रेस वाली साड़ी पहने महिला की पहचान कुछ अस्पताल कर्मियों ने पुलिस को बताई है।
मारपीट की घटना से अलग रहे कई कर्मियों ने पुलिस को अन्य जानकारियां दीं। इन कर्मियों ने पुलिस को बताया कि लाठी चला रहा मोटा व्यक्ति अस्पताल में भी दबंगई दिखाता है। उसका पूरा गिरोह ही अस्पताल परिसर में रहता है। मरीजों के परिजन पर दबंगई दिखाकर उन्हें चुप कराने के लिए ही अस्पताल प्रशासन ने उसे बहाल कर रखा है। इसकी पहचान कर ली गई है। इसके अलावा एक और आरोपित की पहचान हुई है। हालांकि, थानेदार ने सभी का नाम अभी गोपनीय रखा है।
घटना के बाद से अंडरग्राउंड
पूछताछ के दौरान पुलिस को पता लगा कि मारपीट करते दिख रहे सभी आरोपित घटना के बाद से अंडरग्राउंड हैं। इसके बाद से ये अस्पताल में नहीं देखे गए हैं। इन सभी की गिरफ्तारी को लेकर कांटी, दामोदरपुर समेत कई जगहों पर पूर्व में छापेमारी की गई थी। लेकिन, किसी का सुराग पुलिस को नहीं मिला।
अब तक एक भी गिरफ्तारी नहीं
घटना के पांच दिन बीत चुके हैं। पुलिस कार्रवाई तो कर रही है, लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। आरोपितों का पता लगाने के लिए सर्विलांस की टीम से भी संपर्क किया गया है। कुछ मोबाइल नंबर भी टीम को देकर इनका लोकेशन निकलवाया जा रहा है। इसके अलावा अन्य नामजद आरोपितों के विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट लेने की भी कवायद शुरू कर दी गई है।