सीतामढ़ी के रुन्नीसैदपुर में व्यवसायी की हत्या के विरोध में भड़का जनाक्रोश, जानिए पूरी घटना
ओम मेडिकल हॉल के प्रोपराइटर अनिल कुमार की घटना में मौत। आभूषण व्यवसायी कुमार ज्वेलर्स के प्रोपराइटर विनय साह गंभीर हालत में सीतामढ़ी में भर्ती।
सीतामढ़ी, जेएनएन। रुन्नीसैदपुर में सरेशाम दो व्यवसायियों पर गोलीबारी में एक की मौत हो गई। दूसरे जख्मी हैं। इस घटना से जनाक्रोश भड़क उठा है। व्यवसायियों समेत आम लोगों का हुजूम सुबह-सुबह हाइवे पर उतर गया। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लोग पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। एनएच-77 को जाम कर आवागमन रोक दिया है। सड़क पर टायर जलाकर आगजनी की जा रही है।
बुधवार देरशाम की घटना
गौरतलब है कि अपराधियों ने बुधवार देरशाम दवा व आभूषण व्यवसायी को गोली मार दी। ओम मेडिकल हॉल के प्रोपराइटर अनिल कुमार की इस घटना में मौत हो गई जबकि, आभूषण व्यवसायी कुमार ज्वेलर्स के प्रोपराइटर विनय साह को गंभीर हालत में सीतामढ़ी शहर के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है। अपराधियों की गोली के शिकार दोनों व्यवसायी बाजार की ओर से एक बाइक से आ रहे थे। पीछे से आई अपाचे बाइक पर सवार बदमाशों ने नजदीक से इन पर गोलियां चलाई और चलते बने। बाइक पर तीन बदमाश सवार थे। दवा व्यवसायी मृतक अनिल कुमार रुन्नीसैदपुर निवासी स्व. राम जतन महतो के पुत्र थे।
नहीं थी किसी की दुशमनी
स्थानीय लोगों के अनुसार, उनकी किसी से दुश्मनी नहीं थी। पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है। दवा व्यवसायी की मौत की खबर मिलते ही बाजार में सन्नाटा छा गया। घटना की सुचना मिलते ही दवा संघ के अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, सचिव राज कुमार नर्सिंग होम पहुंचे। पीड़ित स्वजन को ढांढस बंधाया। एसपी अनिल कुमार ने कहा कि सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। मुआयना करने के साथ ही नर्सिंग होम में पुलिस पहुंची। वहां जख्मी व्यवसायी का बयान लेकर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल टीम लगाई गई है।
व्यवसायी ने दोस्ती में गंवा दी जान
जख्मी व्यवसायी के स्वजनों ने बताया कि दोनों व्यवसायियों की दुकान एक ही जगह है। दोनों जिगरी दोस्त हैं। बुधवार को विनय के घर अनिल की दावत थी। विनय अपनी दुकान बंद कर अनिल के साथ बाइक से मछली व सलाद लेकर घर पहुंचे ही थे। अनिल अभी बाइक पर बैठे थे। विनय बाइक से उतर कर अपने घर के दरवाजे की बेल बजाने के लिए आगे बढ़े थे। इसी बीच एक बाइक पर सवार तीन अपराधी ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे। दो गोली अनिल के सिर व दाहिनी तरफ पीठ में लगी। जबकि, विनय के पीछे कमर के पास एक गोली लगी। जख्मी विनय की मानें तो अपराधियों के निशाने पर वही थे। रोजाने की तरह दुकान बंद कर जेवरात भी घर समेटकर ले जाया करते थे। संभवत: इस बात की भनक अपराधियों को रही होगी। अपराधियों ने गोलियां चलाई जरूर जेवरात नहीं लूट पाए। अनिल की जान नाहक में चली गई।