कार्ड नहीं होने के कारण दो हजार परिवार राशन से वंचित
पारू प्रखंड की कमलपुरा पंचायत विभिन्न समस्याओं से जूझ रही है। शिक्षा स्वास्थ्य बिजली पानी और सड़क की समस्या से 40 फीसद लोग परेशान हैं।
मुजफ्फरपुर । पारू प्रखंड की कमलपुरा पंचायत विभिन्न समस्याओं से जूझ रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी और सड़क की समस्या से 40 फीसद लोग परेशान हैं। समस्याओं के निदान को मुखिया अधिकारियों का दरवाजा खटखटा रहे हैं। 14 वार्डो वाली इस पंचायत के दो हजार से अधिक गरीब राशन कार्ड नहीं होने के कारण राशन से वंचित हैं और पेट भरने के लिए मजदूरी ही मजबूरी है। मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना का काफी लोगों को लाभ मिल रहा है। पंचायत की आधी से अधिक ग्रामीण सड़कें पक्की हो गई हैं। बिजली ठीक-ठाक से मिल रही है। लेकिन जलनिकासी नहीं होने से लोग परेशान हैं। इसके लिए सासद, विधायक और मंत्री से की गई फरियाद बेकार चली गई। ये सारी बातें दैनिक जागरण द्वारा आयोजित चौपाल में लोगों ने खुलकर कहीं। चौपाल में मौजूद मिट्ठू सहनी कहते हैं कि मुखिया द्वारा रोड का निर्माण कराया गया है। पहले जर्जर रोड पर चलना पड़ता था। आमोद कुमार शर्मा कहते हैं कि जर्जर पंचायत भवन का सौंदर्यीकरण कराकर आरटीपीएस काउंटर खोलने से लोगों की परेशानी कम हो चुकी है। शैलेंद्र सहनी कहते हैं कि चौरों की जलनिकासी की समस्या से हम सभी परेशान हैं, लेकिन सरकार ध्यान नहीं दे रही। बसंती लाल साह कहते हैं कि मुखिया ने 13100 फीट रोड का पक्की करण कराया है और 80 गरीबों को आवास योजना का लाभ दिलाया। सोनेलाल सहनी कहते हैं कि वार्ड संख्या 14 अनुसूचित जाति बस्ती में आज भी रोड नहीं है। रामनाथ दास कहते हैं कि 13 सौ शौचालय बनवाए गए। नल जल योजना के तहत सात वार्डो में पानी निकलना शुरू हो गया है जबकि चार वार्ड में कार्य चल रहा है। जल संचय के लिए पंचायत के आठ निजी, दो सरकारी तालाबों का जीर्णोद्धार कराने के साथ तीन सरकारी नाले की उडाही कराई गई। मुखिया के प्रयास से आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से मृतक वीरा राम एवं हरिशकर साह के परिजन को चार- चार लाख रुपये का चेक दिलाया गया। चौपाल में इसकी चर्चा रही कि गरीब बेटियों की शादी के लिए दो- दो हजार रुपये देने वाले प्रथम मुखिया ललन कुमार दास हैं। वार्ड संख्या सात की महादलित बस्ती से जलजमाव की समस्या को खत्म कराया गया। मुखिया के प्रयास से 26 अक्टूबर को मुख्यमंत्री द्वारा पंचायत सरकार भवन का शिलान्यास किया जाना है। चौपाल में मौजूद किसानों ने खजूरी, घोघियार, उसरार, दरेश चौर की जलनिकासी कराने का प्रस्ताव पारित कर सरकार को भेजने का निर्णय लिया। साढे़ चार एकड के ऐतिहासिक बाबा पोखर की उडाही और सीढ़ी घाट का निर्माण कराने की माग डीएम से की गई।
समस्याओं का निदान प्राथमिकता
मुखिया ललन कुमार दास ने कहा कि पंचायत के लोगों की समस्याओं का निदान ही हमारी प्राथमिकता है। आदर्श पंचायत बनाने की शर्तो को पूरा करने की कोशिश कर रहा हूं। सरकार से प्राप्त राशि हर टोले-बस्ती में पारदर्शिता के साथ खर्च की जा रही है। स्कूलों में जरूरत के मुताबिक शिक्षकों की बहाली होनी चाहिए। जनता का सहयोग मिलता रहा तो जिले की मॉडल पंचायत बनाने में सफल होऊंगा।
पंचायत एक नजर
रकबा -45 सौ बीघा
आबादी -25 000
वोटर -7500
मैट्रिक -5000
इंटर -2000
ग्रेजुएट - 500
सरकारी नौकरी- -150
आगनबाड़ी केंद्र -09
पीडीएस -08
स्कूल -09
मंदिर -13
मस्जिद -04
स्वास्थ्य उपकेंद्र -02
पैक्स -01
चौपाल में हुए शामिल
आमोद कुमार शर्मा, मिट्ठू सहनी, सोनेलाल सहनी, रामनाथ दास, चंदेश्वर सहनी, अनिल दास, जयमंगल दास, भादोलाल सहनी, संजय कुमार दास, चेतन दास, ढोरी माझी, तूफानी माझी, जलेश्वर सहनी, बसंती लाल साह, शैलेंद्र सहनी, सुकेश रजक, असगर अली, वकील मियां, रितेश कुमार, राजेश राम, ऋषिकेश सिंह, मणिभूषण शर्मा, नंदकिशोर माझी, सुनील सिंह, महेन्द्र पासवान आदि।