यजुआर पश्चिम पंचायत के वाशिंदों को मूलभूत सुविधाओं की दरकार
मुजफ्फरपुर और सीतामढ़ी के सीमांत क्षेत्र में अवस्थित यजुआर पश्चिम पंचायत में मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव है।
मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर और सीतामढ़ी के सीमांत क्षेत्र में अवस्थित यजुआर पश्चिम पंचायत में मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव है। पंचायती राज व्यवस्था में विकास की किरण दिखाई दी थी, जब 2014 में सांसद अजय निषाद ने आदर्श पंचायत का स्वरूप देने के लिए इसे गोद लिया था। शीघ्र ही उम्मीदों पर पानी फिर गया जब एकबार की समीक्षा बैठक के बाद उन्होने पंचायत में झांकने तक की भी जरूरत नहीं समझी। यह मलाल ग्रामीणों ने दैनिक जागरण की चौपाल मे बेबाकी से व्यक्त किया। यजुआर पश्चिम के अधीन तारापुर, शेरहा, झौडा, भगवानपुर, बगवासा, भोरहां, कोठिया, कोयलामन, शांति नगर व मुशहरी जैसे 10 छोटे-छोटे गांव हैं। सबकी अपनी समस्या है।
चौपाल मे सतीश चंद्र झा ने बताया कि पंचायत मे 80 के दशक में एक जलमीनार बनी, जो बीमार हालत में है। वर्तमान में नल जल योजना के क्रियान्वयन के लिए मरम्मत कार्य शुरू हुआ। लेकिन, ठेकेदार काम छोड़कर भाग गया। जब भी इसे चालू किया जाता लीकेज के कारण वार्ड सं. 9, 10, 12 व 13 में जल प्लावन जैसी समस्या बन जाती है। शिकायत के बाद भी इसे ठीक नहीं किया गया। फेंकन चौधरी का कहना था कि बठवारा से कटाई चौक तक सड़क जर्जर तथा ध्वस्त है। रामदेव साह ने कहा कि हरिजन स्कूल से भोरहां तक की सड़क जीर्णशीर्ण हो चुकी है। इनका शीघ्र निर्माण हो। बीएलओ की उदासीनता से सैकड़ों लोगों का मतदाता सूची से आधार का सत्यापन कार्य अधर मे लटका है।
आदर्श ग्राम में विकास की चर्चा पर ललन ठाकुर ने बताया कि विद्युतीकरण का कार्य हुआ। इसके अलावा सांसद ने कोई विकास कार्य नहीं कराया। बिजली पावर सब स्टेशन व पुलिस स्टेशन का प्रस्ताव था जो अब तक पूरा नहीं हुआ। वार्ड-2 कोयलामन सालों भर पानी से घिरा रहता है। यहां पुल की जरूरत है, लेकिन एक नाव की भी व्यवस्था सरकारी स्तर से नहीं है। लक्ष्मी पंडित का कहना था कि सरकारी बस स्टैंड भोरहां चौक पर होना चाहिए। लोगों को 3 किमी पैदल चलकर बस पकड़ना पड़ता है। पंचायत मे सिंचाई के लिए 3 सरकारी नलकूप लगाए गए जो खराब पडे हैं। उन्होने बताया कि नलकूप चालू नहीं हुआ, लेकिन 27 सितंबर को ही बिल आ गया जो हास्यास्पद है।
स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र मे पंचायत पिछड़ी है। उत्क्रमित मध्य विद्यालय तारापुर में 8 कक्षा तक के लिए महज 5 शिक्षक नियुक्त हैं। यहां 700 छात्रों की उपस्थिति रहती है। आंगनबाडी केंद्र प्राय: बंद रहते हैं। मुखिया को होमटेक राशि के उठाव या वितरण की जानकारी भी नहीं दी जाती। स्वास्थ्य उपकेन्द्र हमेशा बंद रहता है। न दवा मिलती और न एएनएम रहती है। ललन ठाकुर ने बताया कि साल में 4 महीने का अनाज व केरोसिन डीलर गबन कर जाते हैं। गरीबों को 2 की जगह 3 रुपये में गेहूं तथा 3 की जगह 4 रुपये चावल दिया जाता है। पैक्स में भारी गड़बड़ी है। कभी किसानों को खाद-बीज पैक्स से नहीं मिलता।
पंचायत मे एक राष्ट्रीयकृत बैंक की आवश्यकता ग्रामीणों ने बताई। इसके अभाव में किसानों को परेशानी होती है। मनरेगा में ससमय भुगतान नहीं होता। ग्रामीणों ने बताया कि शौचालय निर्माण में भारी धांधली है। दो से तीन हजार दिए बिना भुगतान नहीं होता। इसमे प्रखंड समन्वयक व वार्ड सदस्य की मिलीभगत है। 1200 शैाचालय बन चुके हैं, जबकि भुगतान आधा भी नहीं हुआ। ग्रामीणों ने वरीय अधिकारी से जांच कराने की मांग की। किसान सम्मान व बाढ़ सहायता की राशि आधे पीड़ितों के खाते में भी नहीं आई। पंचायत में सात सरकारी तालाब हैं, लेकिन सभी अतिक्रमण के शिकार हैं। जंगली जानवर से सुरक्षा यक्ष प्रश्न है। इसके लिए मुखिया ने दो लाइसेंसी बंदूक देने की मांग की।
सात निश्चय योजना से बनवाई जलमीनार : मुखिया सह अध्यक्ष मुखिया संघ, कटरा प्रखंड भोगेंद्र सहनी ने कहा कि पंचायत के विकास के लिए प्रयासरत रहा हूं। सात निश्चय योजना से जलमीनार बनवाई। कोठिया व कोयलामन में पीसीसी सड़क बनवाई। वार्ड 10 व 12 में सड़क निर्माण के लिए राशि का इंतजार है। सांसद का सहयोग होगा तो बचे काम भी पूरे हो जाएंगे। एक राष्ट्रीय बैंक के अभाव मे विकास प्रभावित हो रहा है।
चौपाल में ये हुए शामिल
सतीशचंद्र ठाकुर, ललन ठाकुर, अमृत ना. यादव, लक्ष्मी पंडित, रामदेव साह, लक्ष्मण राऊत, लाल सहनी, धनेश्वर राउत, जय किशुन ठाकुर, शिवचंद्र प्रसाद, फेंकन सहनी, निर्धन सहनी, शंकर पंडित, अशोक कुमार ठाकुर, तिलयुग राम, हीरा मांझी, बासुदेव मंडल, विनय कुमार, रंजीत चौधरी, मो. रिजवान, मो.कासिम, विनोद पासवान, सुनील साह, रमेश राम, अशोक कुमार, अरुण झा, मनीष कुमार।
पंचायत एक नजर में
आबादी- 14,500
मतदाता- 6774
स्वास्थ्य केंद्र - 01
स्कूल- 05
अंगनबाडी केंद्र-12
जनवितरण केंद्र-03
मंदिर-01
मस्जिद-03
इंटर कॉलेज-01