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मीनापुर में डायवर्सन व मुख्य पथ पर बह रहा पानी

मीनापुर प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों गावों में दोबारा बाढ़ का पानी घुस जाने से लोगों में दहशत व्याप्त हो गया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 03 Oct 2020 01:40 AM (IST)Updated: Sat, 03 Oct 2020 01:40 AM (IST)
मीनापुर में डायवर्सन व मुख्य पथ पर बह रहा पानी
मीनापुर में डायवर्सन व मुख्य पथ पर बह रहा पानी

मुजफ्फरपुर : मीनापुर प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों गावों में दोबारा बाढ़ का पानी घुस जाने से लोगों में दहशत व्याप्त हो गया है। वहीं, किसानों के चेहरे पर मायूसी छा गई है। पिपरा टेंगरहा डायवर्सन पर पानी बह रहा है। वहीं, महदेइया- चैनपुर मुख्य पथ पर दो फीट पानी बह रहा है जिससे आवागमन बाधित होने की संभावना बढ़ गई है। रघई, घोसौत में गंडक के कटाव से दर्जनों लोग घर छोड़ दूसरे जगहों पर शरण ले रहे हैं। साग- सब्जी के खेती को काफी नुकसान पहुंचा है। वहीं, निचले इलाकों में पानी घुसने से लोगों को आवागमन में असुविधा हो रही है। रघईं के वार्ड 12 में स्थिति भयावह होती जा रही है। घोसौत में भी कटाव जारी है। नंदना, चैनपुर, धारपुर, गोरीगमा, महदेईया, गोरिगमा, कोइली सहित दर्जनों गावों में पानी फैल गया है। सीओ रामजी पासवान ने बताया कि पुन: बाढ़ आने की सूचना मिलते ही सभी हल्का कर्मचारियों से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे कर रिपोर्ट मागी गई है। रिपोर्ट आने के बाद सहायता कार्य शुरू किया जाएगा।

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एक बार फिर तबाही मचाने को तैयार बूढ़ी गंडक

सकरा व मुरौल प्रखंड में एक बार फिर बूढ़ी गंडक तबाही मचा सकती है। नेपाल और तराई क्षेत्र में हो रही लगातार वर्षा से बूढ़ी गंडक अपने रौद्र रूप में आ गई है। बता दें कि कुछ दिन पूर्व मुरौल प्रखंड के महमदपुर में तिरहुत नहर का तटबंध कई हिस्सों में टूट गया था जिससे मुरौल और सकरा प्रखंड पूरी तरह से जलमग्न हो गया था। मुरौल प्रखंड के महमदपुर में टूटे तिरहुत नहर तटबंध की अबतक पूरी तरह से मरम्मत भी नहीं हो सकी थी कि एक बार फिर बूढ़ी गंडक उफान पर आ गई है। टूटे हुए तटबंध से फिर एक बार बूढ़ी गंडक का पानी मुरौल प्रखंड के कई गांवों में फैलने लगा है। नए क्षेत्रों में पानी फैलने से लोगों में दहशत व्याप्त हो गया है। महमदपुर के ग्रामीणों ने बताया कि एक बार फिर ग्रामीण क्षेत्रों में बूढ़ी गंडक का पानी फैलने लगा है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से सुरक्षा मागी है। हालाकि प्रशासनिक सूत्र ऐसी किसी सूचना से इन्कार कर रहे हैं। लोगों ने आशंका जताई कि ऐसे ही जलस्तर में वृद्धि जारी रही तो सकरा एवं मुरौल प्रखंड एक बार फिर बाढ़ की चपेट में आ जाएंगे।


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