मुजफ्फरपुर: खुदकशी करेन वाले जवान के Whatsapp और Facebook एकाउंट को चालू करने में जुटी पुलिस
पुलिस लाइन में एएसपी पूर्वी के अंगरक्षक ने की थी आत्महत्या। नके मोबाइल से डिलीट मिले वाट्सएप और फेसबुक एप्लिकेशन को इंस्टॉल कर दानों एकाउंट को चालू करने में पुलिस जुटी है।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। पुलिस लाइन में एएसपी पूर्वी के अंगरक्षक पवन कुमार की मौत के बाद उनके मोबाइल से डिलीट मिले वाट्सएप और फेसबुक एप्लिकेशन को इंस्टॉल कर दानों एकाउंट को चालू करने में पुलिस जुटी है। पवन के पुराने नंबर से इसे चालू करने की कवायद की जा रही है। इसके अलावा पुरानी चैटिंग का बैकअप भी रिकवर किया जाएगा। पुलिस यह जानना चाह रही है कि आखिर ऐसी क्या वजह थी कि पवन ने अपने मोबाइल से इन एप्लिेकशन को डिलीट कर दिया था।
हथियार जमीन पर गिरने से चली थी गोली
एएसपी पूर्वी अमितेश कुमार के अंगरक्षक समस्तीपुर रोसड़ा के सरोज कुमार के बयान पर यूडी केस दर्ज किया गया है। उसने बयान दिया है कि पवन ड्यूटी पर जाने के लिए बैरक में तैयार हो रहे थे और वे बाहर में शेव कर रहे थे। तभी अचानक पवन का सर्विस एके-47 जमीन पर गिरा। इससे एक गोली उनकी गर्दन में जा लगी । वह जब भीतर गए तो देखा कि पवन खून से लथपथ हालत में बिछावन पर छटपटा रहे हैं। एके-47 जमीन पर गिरा हुआ है। उससे करीब आधा दर्जन राउंड फायरिंग हुई थी। अन्य साथियों की मदद से पवन को एसकेएमसीएच ले गए। लेकिन, चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बैरक से छह खोखे बरामद
बैरक से पुलिस जांच के दौरान छह खोखे बरामद किए गए। इन्हें अहियापुर पुलिस ने जब्त कर लिया है। वहीं पवन के सर्विस एके-47 को भी एफएसएल जांच के लिए जब्त कर लिया गया है। नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने बताया कि दूसरे अंगरक्षक और सिपाहियों का सोमवार को अहियापुर थाना पर बयान लिया गया है। मामले में सरोज के बयान पर यूडी केस दर्ज कर लिया गया है।
हर तरफ होती रही पवन की चर्चा
पुलिस लाइन में घटना के दूसरे दिन भी सन्नाटा पसरा रहा। सभी पुलिसकर्मियों के चेहरे पर मायूसी छाई रही। सभी की जुबां पर पवन के मौत की चर्चा रही। जवानों ने कहा कि साथी की मौत से वे लोग काफी आहत हैं। काम में मन नहीं लग रहा है। पवन के साथ रहने पर समय कैसे बीत जाता था। यह पता नहीं चलता था। वह काफी हंसी-मजाक करने वाले इंसान थे।
यह हुई थी घटना
रविवार की सुबह 9.20 बजे पवन ड्यूटी पर जाने की तैयारी कर रहे थे। वे वर्दी और बूट पहन चुके थे। अपने नौ साल के पुत्र अनिवेष से मोबाइल पर बात की थी। इसके बाद बैरक के भीतर गए। अंगरक्षक सरोज बाहर में शेव कर रहे थे। तभी बैरक में गोली चलने की आवाज सुनाई पड़ी। सरोज दौड़कर गए तो देखा कि पवन गोली लगने से घायल होकर छटपटा रहे हैं। उन्हें एसकेएमसीएच लेकर गए लेकिन, वहां मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में खुदकशी की बात सामने आई थी। लेकिन, स्वजनों के कुछ नहीं बताने पर सरोज के बयान पर यूडी केस दर्ज किया गया।