पुलिस पाठशाला के जरिए होनहारों को दिया जा रहा एक बेहतर प्लेटफॉर्म
बदलाव की दिशा में बढ़े कदम, सबने दिखाई कामयाबी की राह, अभिभावक और शिक्षक के रूप में एसएसपी ने किया सबका मार्गदर्शन।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। एलएस कॉलेज के परीक्षा भवन में पुलिस पाठशाला से पहले उसके तौर-तरीकों पर चर्चा के लिए कार्यशाला में छात्र-छात्राओं ने उत्साह के साथ भाग लिया। पुलिस पाठशाला का कॉन्सेप्ट लाने वाले एसएसपी मनोज कुमार अधीनस्थ पुलिस पदाधिकारियों के साथ खुद मौजूद थे। एसएसपी ने कहा कि पुलिस पाठशाला के जरिए मैं होनहारों को एक प्लेटफॉर्म दे रहा हूं। मेरा लक्ष्य है आप सब अनुशासित, होनहार और रोजगारोन्मुखी बनें। उनकी धर्मपत्नी चेतना भी ऐतिहासिक क्षण की गवाह बनीं।
मौके पर सरैया एसडीपीओ डॉ. शंकर झा, डीएसपी पूर्वी गौरव पांडेय, डीएसपी टाउन मुकुल कुमार रंजन समेत कुलपति डॉ. अमरेंद्र नारायण यादव, एलएस कॉलेज के प्राचार्य प्रो. ओमप्रकाश राय सहित कई गणमान्य मौजूद थे। पुलिस पाठशाला के लिए कैसे क्या करना है, क्या प्लानिंग रहेगी, तैयारी कराने का उद्देश्य क्या है? भागलपुर में इस पाठशाला का क्या आउटपुट मिला, उसकी जानकारी दी गई।
एसएसपी के नाम पर एक वेबसाइट भी लांच
एसएसपी के नाम पर एक वेबसाइट भी लांच हुई। इसपर कक्षा संचालन से लेकर इससे संबंधित जरूरी सूचनाएं उपलब्ध रहेंगी। वाट्सएप के जरिए ऑनलाइन क्विज कंपीटीशन भी हुआ। इसमें प्रतिभागियों से कुछ सवाल पूछे गए।
सिटी एसपी ने पढ़ाई और लगन को इश्क से जोड़ा
सिटी एसपी राकेश कुमार ने पढ़ाई और लगन को इश्क से जोड़ा। वो बोले ये इश्क नहीं आसां, इतना समझ लीजिये एक आग का दरिया है और डूब के जाना है...। यह कहकर उन्होंने यह जताने की कोशिश की कि कामयाबी यूं ही नहीं मिल जाती इसके लिए कठोर मेहनत व साधना की जरूरत होती है। प्रशिक्षु आइपीएस अंबरीश राहुल ने कहा कि अगर कामयाबी चाहिए तो जिद जरूरी है। बिना जिद के नैया पार नहीं लगने वाली।नया विहान हो गया : एएसपी ऑपरेशन
एएसपी ऑपरेशन विमलेश झा ने कहा कि मकर संक्रांति अपने साथ एक अजीब संयोग लेकर आई। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करनेवालों के लिए मानो नया विहान हो गया है।
ये भीड़ बयां कर रही बदलाव के लिए आत्मजागृति : कुलपति
कुलपति डॉ. अमरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि विद्यार्थियों की ये भीड़, बदलाव के लिए आत्मजागृति बखूबी बयां कर रही थी।
विद्यार्थियों के जीवन स्तर में आएगा बड़ा बदलाव : प्राचार्य
प्राचार्य प्रो. ओमप्रकाश राय ने कहा कि पुलिस पाठशाला वाकई मील का पत्थर साबित होगी। इससे उनके जीवन में बड़ा बदलाव आएगा। साथ ही ग्लोबल एकेडमिक माहौल बनेगा।
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के साथ प्लेसमेंट भी
जिला नियोजन पदाधिकारी शंभूनाथ सुधाकर ने बताया कि पुलिस पाठशाला के लिए बारह-तेरह सौ फॉर्म अभी तक प्राप्त हुए हैं। छात्र-छात्राओं का अलग-अलग वाट्सएप ग्रुप बनाया गया है। उनको प्लेसमेंट का मौका हासिल होगा। जब-जब किसी कंपनी के आने का कार्यक्रम होगा हम लोग छात्र-छात्राओं को बताएंगे, ताकि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मुहैया हो सके।