VIDEO : मुजफ्फरपुर में पुलिस जवान ने की खुदकशी, डीएसपी पूर्वी के आवास पर था तैनात, जानिए पूरा मामला
डीएसपी पूर्वी अमितेश कुमार के आवास पर तैनात सुरक्षा गार्ड पवन कुमार सिंह ने खुद को गोली से उड़ा लिया। वह अरवल पुलिस जिला का रहने वाला था।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बैरिया स्थित पुलिस लाइन में रविवार की सुबह एएसपी पूर्वी अमितेश कुमार के अंगरक्षक ने सर्विस एके-47 से गोली मारकर खुदकशी कर ली। घटना एएसपी पूर्वी के आवास के मुख्य द्वार पर बने बैरक में सुबह 9.20 मिनट पर हुई। उस समय अंगरक्षक पवन कुमार सिंह ड्यूटी जाने के लिए तैयार हो रहे थे। उन्होंने वर्दी और जूते पहन रखे थे। बैरक में अकेले थे। बाहर दूसरे अंगरक्षक समस्तीपुर रोसड़ा के सरोज कुमार दाढ़ी बना रहे थे। अन्य सुरक्षागार्ड मैदान में धूप सेंक रहे थे।
तभी गोलियों की तड़तड़ाहट से पुलिस लाइन थर्रा गया। अंगरक्षक सरोज बैरक के भीतर गया तो देखा कि पवन बिछावन पर मृत पड़ा हुआ है। गोली उसके गर्दन को छेदती हुई सिर के आरपार हो चुकी थी। कमरे में कुछ पिलेट भी बिखरा हुआ था। अन्य पुलिसकर्मी समेत एएसपी भी भागकर पहुंचे। तुरंत उसे एसकेएमसीएच ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया।
सूचना मिलते ही एसएसपी जयंत कांत, सिटी एसपी नीरज कुमार सिंह, नगर डीएसपी रामनरेश पासवान और एसडीओ पूर्वी डॉ. कुंदन कुमार मौके पर पहुंचे। छानबीन शुरू की गई। इसके बाद बैरक में बाहर से ताला बंद कर दिया गया। इसमें किसी को जाने की अनुमति नहीं दी गई।
पवन मूल रूप से अरवल जिला के लारी कुर्था का रहने वाला था। वह एक साल से यहां ड्यूटी पर तैनात था। जहानाबाद से स्थानांतरण के बाद यहां आया था। गोलियों की तड़तड़ाहट से पुलिस लाइन में अफरातफरी मच गई । सूचना मिलने पर वरीय पुलिस अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे।
मुजफ्फरपुर में रविवार की सुबह पुलिस के एक जवान की खुदकुशी मामले में एसएसपी ने यह बातें कहीं pic.twitter.com/Y4tSE4Ob36— Ajit kumar (@ajitabheek) February 2, 2020
घटना का कारण स्पष्ट नहीं
खुदकशी का कारण किसी के समझ में नहीं आया। पवन के साथियों ने कहा कि वह तनाव में नहीं था। किसी प्रकार की परेशानी नहीं थी उसे। पुलिस के वरीय अधिकारी ने कहा कि खुदकशी करने की बात कहना अभी अतिश्योक्ति होगी। क्योंकि घटना के दौरान वह बैरक में अकेला था। खुद से गोली मारकर खुदकशी कर ली या हथियार साफ करने के दौरान गोली चली, यह कहना अभी उचित नहीं होगी। उसे कितनी गोलियां लगी है यह भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता लगेगा।
31 जनवरी को आया था घर से
पवन मूल रूप से अरवल जिला के कुर्था थाना के लारी गांव का रहने वाला था। 2008 से वह पुलिस विभाग में तैनात था। जहानाबाद जिला से तबादला होकर वह गत साल जनवरी में मुजफ्फरपुर आया था। यहां पर उसकी पहली तैनाती एएसपी के अंगरक्षक के रूप में हुई थी। इसी माह उसके चाचा का देहांत होने पर वह छुट्टी लेकर गांव गया था। 31 जनवरी को गांव से लौटकर आया था। रविवार की सुबह ड्यूटी जाने से पूर्व अपने नौ साल के पुत्र अनिवेश से कॉल कर मोबाइल पर बात भी की थी। इसके बाद वह तैयार हो रहा था। तभी घटना घटी।
इस घटना के संबंध में एसएसपी जयंत कांत ने बताया कि घटना काफी दुखद है। पूरा पुलिस महकमा इससे मर्माहत है। सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। गोली खुद से चलाई थी चल गई थी। इस दिशा में छानबीन चल रही है। उसका सर्विस हथियार जब्त है। इसे एफएसएल जांच को भेजा जाएगा।