मुजफ्फरपुर यौन उत्पीड़न कांड: लड़की के बयान पर शव बरामदगी को ले हुई खोदाई
मुजफ्फरपुर रिमांड होम में यौन उत्पीड़न कांड में नया मोड़ आ गया है। एक लड़की के बयान के आधार पर कि उसकी एक सहेली की हत्या कर शव दफना दिया गया था। रिमांड होम परिसर की खोदाई की गई।
मुजफ्फरपुर/ पटना [जेएनएन]। बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित रिमांड होम में लड़कियों के यौन उत्पीड़न के मामले में नया मोड़ आ गया है। एक पीडि़त लड़की के इस बयान के आधार पर कि रिमांड होम में उसकी एक सहेली की हत्या कर शव को दफना दिया गया था, पुलिस ने रिमांड होम परिसर की खोदाई की लेकिन वहां शव नहीं मिला। खोदाई के बाद पुलिस ने मिट्टी का नमूने ले लिए हैं, जिन्हें फॉरेन्सिक जांच के लिए भेजा जाएगा।
लड़की के खुलासे के बाद हुई खोदाई
रिमांड होम में रहने वाली यौन शोषण से पीडि़त एक लड़की ने पटना स्थित पॉक्सो कोर्ट में बयान दिया था कि उसकी एक सहेली को रिमांड होम के कर्मचारियों ने पीट-पीटकर मार डाला तथा शव को परिसर में ही एक पेड़ व टंकी के पास दफना दिया था। लड़की के इस बयान के बाद कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने आज खोदाई की।
लड़की ने परिसर में उस स्थान की निशानदेही की, जहां लाश दफन किए जाने का उसने दावा किया था। दंडाधिकारी व पुलिस अधिकारियों के समक्ष जेसीबी मशीन से उक्त स्थल की खोदाई कराई गई। लगभग चार फीट खोदाई के बावजूद वहां लाश दफन किए जाने का कोई साक्ष्य नहीं मिला। इसके बाद खोजी कुत्ते को लाया गया। वह भी इधर-उधर सूंघने के बाद एक तरफ मुंह रगड़ा। शक पर दूसरी बार उस ओर भी खोदाई की गई, पर कुछ नहीं मिला।
इस दौरान आरोपित ब्रजेश ठाकुर की पत्नी और पुत्री भी मौजूद रहीं। उन लोगों ने पूरी घटना पर सवाल उठाया, लेकिन खोदाई का विरोध नहीं किया। पुलिस ने बालिका गृह का सील खोले जाने के बाद उसके अंदर मिले विजिटर रजिस्टर व कपड़ों को जब्त कर लिया है।
सूत्रों के अनुसार शव दफनाने के साक्ष्य नहीं मिलने पर पुलिस इसका सच जानने को अब वैज्ञानिक जांच कराएगी। गड्ढे की मिट्टी के नमूने को एफएसएल जांच के लिए भेजा जाएगा।
घटनास्थल पर उमड़ी भीड़
शव को दफनाने के स्थान की निशानदेही के लिए तीन लड़कियों को वहां लाया गया है। घटना को देखने के लिए साहू पोखर स्थित इस परिसर के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई थी।
एसएसपी ने बताई ये बात
एसएसपी हरप्रीत कौर भी खोदाई का जायजा लेने परिसर में पहुंचीं। वहां चार घंटे तक मौजूद रहीं। जब खोदाई में कुछ नहीं मिला तो बालिका गृह के अंदर रखी गईं लड़कियों से और जानकारी लेने के लिए लंबी पूछताछ की। एसएसपी ने कहा कि खोदाई में लाश दफन किए जाने के अब तक प्रमाण नहीं मिले हैं। फिर से लड़कियों से जानकारी ली जाएगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस साक्ष्यों के आधार पर काम कर रही है। अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन सबके विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं। जल्द ही इन सभी के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
अभी तक गायब हो चुकीं छह लड़कियां
गौरतलब है कि इस रिमांड होम से 2013 से 2018 के बीच छह लड़कियां गायब हुई हैं। रिमांड होम प्रबंधन ने उन्हें भगोड़ा बताया है। एेसी संभावना जताई गई थी कि परिसर की खोदाई में इन गायब लड़कियों के बारे में कुछ सबूत हाथ लगेंगे, लेकिन पुलिस के हाथ एेसे सुबूत नहीं लगा है।
यह है मामला
'कोशिश' संस्था की रिपोर्ट में मुजफ्फरपुर बालिका गृह में यौन हिंसा का मामला उजागर होने के बाद महिला थाने में अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। साथ ही यहां से लड़कियों को पटना, मोकामा व मधुबनी स्थित बालिका गृह में शिफ्ट कर कार्रवाई शुरू की गई। बालिका गृह के संरक्षक ब्रजेश ठाकुर व सात महिलाओं को अप्राथमिकी अभियुक्त बनाते हुए तीन जून को गिरफ्तार किया गया।
बाद में बालिकाओं की शिनाख्त व बयान पर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष दिलीप कुमार वर्मा, सदस्य विकास कुमार व सीपीओ रवि रोशन को आरोपित किया था। विकास व रवि रोशन को भी गिरफ्तार किया।
इस बीच यहां से बाहर शिफ्ट की गईं तीन लड़कियों ने बयान दिया कि यौन प्रताडऩा का विरोध करने पर एक अन्य लड़की की हत्या कर लाश को बालिका गृह में ही दफना दिया गया। इस बयान के आधार पर विशेष पॉक्सो कोर्ट ने परिसर की खोदाई का आदेश दिया था। इसके आलोक में सोमवार को बालिका गृह परिसर की खोदाई कराई गई।