डीएमसीएच में पीजी डॉक्टरों ने पांच घंटे कामकाज किया ठप, चिकित्सा व्यवस्था चरमराई Darbhanga News
Coronavirus चिकित्सा व्यवस्था चरमराई इमरजेंसी में नहीं हुआ उपचार। कोरोना से बचाव को सुरक्षा किट नहीं मिलने पर किया था कार्य बहिष्कार। पांच घंटे बाद काम पर लौटे चिकित्सक।
दरभंगा, जेएनएन। कोरोना से बचाव के लिए सुरक्षा किट उपलब्ध नहीं होने के कारण सोमवार दोपहर डेढ़ बजे से डीएमसीएच में पीजी डॉक्टरों ने उपचार करना बंद कर दिया। हालांकि, प्राचार्य, अधीक्षक और पीजी डॉक्टरों की दो घंटे तक चली बैठक के बाद शाम साढ़े छह बजे सभी काम पर लौट गए। इससे मरीजों को राहत मिली। इमरजेंसी वार्ड में उपचार शुरू हो गया। अधीक्षक डॉ. आरआर प्रसाद ने भी इसकी पुष्टि की।
जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (जेडीए) के अध्यक्ष अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि सुरक्षा किट उपलब्ध होने तक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। बताया कि पीजी डॉक्टरों ने 20 मार्च को अधीक्षक से किट उपलब्ध कराने की मांग की थी। आश्वासन मिला था कि सुरक्षा किट पटना से आते ही चिकित्सकों के बीच वितरण कर दिया जाएगा। लेकिन, तीन दिनों बाद भी किट नहीं मिला।
वे जान जोखिम में डालकर इलाज कर रहे थे। इसलिए उपचार बंद करने का निर्णय लिया है। जेडीए अध्यक्ष ने कहा कि इमरजेंसी, गायनिक और शिशु वार्ड में कोरोना का सुरक्षा किट भेजा गया है। लेकिन, उसमें एन-95 मास्क नहीं है। कम से कम 500 किट की जरूरत है। किट यूज एंड थ्रो है। जबकि, मरीजों की संख्या अधिक है।
उधर, डीएमसीएच अधीक्षक डॉ. आरआर प्रसाद ने बताया कि एन-95 मास्क भी उपलब्ध कराने का प्रयास जारी है। अधिक मात्रा में किट की आपूर्ति नहीं हो रही है। इसलिए यह संकट है।