Coronavirus: बढ़ती जा रही लापरवाही, सरकारी कार्यालयों से लेकर बाजार तक मास्क नजरअंदाज
संक्रमण से बचाव को लेकर मास्क अनिवार्य होने के बाद भी लोग बरत रहे लापरवाही। प्रशासनिक सख्ती के बाद भी मास्क को नजरअंदाज किया जा रहा है।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण को लेकर लापरवाही बढ़ती जा रही है। प्रशासनिक सख्ती के बाद भी मास्क को नजरअंदाज किया जा रहा है। वो भी तब जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस वायरस से बचाव के लिए बार बार लोगों से मास्क लगाने की अपील कर रहे हैं। सरकारी कार्यालयों से लेकर शहर-गांव तक में लोग मास्क को नजरअंदाज कर रहे हैं। शारीरिक दूरी का भी पालन नहीं हो रहा। लिहाजा संक्रमण का खतरा मंडरा रहा। हालांकि कुछ लोग मास्क को लेकर काफी गंभीर हैं और वे इसका उपयोग कर रहे हैं, मगर अधिकतर द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। कुछ लोग पुलिस की कार्रवाई एवं डंडे के डर से मास्क लगा रहे।
समाहरणालय में बिना मास्क आ रहे लोग
मास्क का उल्लंघन समाहरणालय में भी खुलेआम हो रहा। यहां आने वाले लोगों में काफी संख्या में बिना मास्क लगाए आ रहे हैं। खाद्य आपूर्ति विभाग, समाज कल्याण विभाग, जिला परिवहन कार्यालय, निबंधन विभाग, विकास शाखा, योजना, निर्वाचन समेत कई विभागों में यह दिख जाता है। कुछ जगहों पर टोकने के बाद लोग मास्क लगा रहे, जहां नहीं टोका जा रहा लोग इससे नजरअंदाज कर रहे।
कार्रवाई नहीं होने से बेपरवाह
कोरोना से बचाव को लेकर सरकार एवं प्रशासन द्वारा लगातार लोगों को जागरुक किया जा रहा है। प्रारंभ में पुलिस द्वारा सख्ती के कारण लोगों में मास्क के प्रति गंभीरती दिखी, मगर उसके बाद पुलिस के सुस्त होने के बाद लोग लापरवाही बरतने लगे। पंचायतों द्वारा घर- घर मास्क का वितरण कराया गया। तब अधिकांश लोगों द्वारा मास्क लगाते हुए भी देखा गया। परंतु वर्तमान में अधिकतर ने मास्क को नजरअंदाज कर दिया। बाजारों में 60 से 70 फीसद लोग बिना मास्क के घूमते हुए नजर आ रहे हैं। कोरोना मरीजों का इलाज करने वाले चिकित्सकों की बात छोड़ दें तो मास्क की गंभीरता को कोई नहीं समझ रहा।