बच्चों के लिए खतरनाक 'मोमो चैलेंज' गेम पर रोक का आदेश
बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने सोशल साइट के इस गेम पर रोक लगाने का डीएम को दिया आदेश।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। सोशल साइट का 'मोमो चैलेंज' गेम बच्चों की जान का दुश्मन बनता जा रहा है। इससे बच्चे आत्महत्या कर रहे हैं। इस मामले को राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने गंभीरता से लिया है। बच्चों को अनहोनी से बचाने के लिए इसे प्रतिबंधित किया गया है। आयोग की सचिव श्वेता मिश्रा ने इस संबंध में जिलाधिकारी को पत्र भेज कर अविलंब इसपर रोक लगाने को कहा है। उन्होंने कहा कि बच्चे वाट्सएप व फेसबुक के माध्यम से इसे खेल रहे हैं और आत्महत्या के शिकार हो रहे हैं।
मोमो चैलेंज गेम इस तरह से ले रही बच्चों की जान
मोमो चैलेंज बहुत ही खतरनाक खेल है। ये तेजी से बच्चों के बीच फैल रहा है। यह गेम वाट्सएप के जरिए बच्चों तक पहुंच रहा है। यह बच्चों को एक वाट्सएप कांटेक्ट एड करने को कहता है। इसका नाम मोमो रखने को भी कहता है। अगर कोई बच्चा ऐसा कर लेता है तब उसे उस कांटेक्ट की डीपी में एक डरावनी तस्वीर दिखाई पड़ती है। इसी के साथ ही ये शुरू हो जाता है आगे और डरावना बनता जाता है। मोमो धीरे-धीरे बच्चों से बात करना शुरू करती है और बाद में उन्हें डराती है। वो बच्चों से कहती है कि वो उनके विषय में सबकुछ जानती है और यदि उनके कहे अनुसार नहीं करेगा तो उसे जान से मार देगी। इससे डर कर बच्चे आत्महत्या कर रहे हैं।