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ऑनलाइन फाइनेंसिएल साइबर फ्रॉड से बचाएगा साइबर यूनिट, इस Whatsapp नंबर पर दें मामले की जानकारी

वाट्सएप नंबर 7480846641 पर दे ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी के मामले की जानकारी। केंद्रीय साइबर सेफ पोर्टल से जुडऩे वाला राज्य में पहला साइबर सेल।

By Murari KumarEdited By: Updated: Fri, 28 Feb 2020 09:40 AM (IST)
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ऑनलाइन फाइनेंसिएल साइबर फ्रॉड से बचाएगा साइबर यूनिट, इस Whatsapp नंबर पर दें मामले की जानकारी

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। किसी अनजान नंबर से मोबाइल पर कॉल कर अपने को बैंक अधिकारी बताते हुए आपके  एटीएम बंद होने का झांसा देकर आपसे पिन नंबर मांगा जाता है। कुछ देर में आपकी खाता से रुपये ट्रांसफर कर लिया जाता है। अब ऐसे साइबर फ्रॉड पर जिला पुलिस नकेल कसने जा रही है। इसके लिए साइबर यूनिट गठित किया गया है। राज्य में यह पहला साइबर यूनिट होगा जो देश स्तर पर बनाए गए साइबर सेफ पोर्टल से जुड़ा है। पुलिस सप्ताह के अंतिम दिन एसएसपी जयंतकांत ने इसकी घोषणा की। इसके लिए उन्होंने साइबर यूनिट का वाट्सएप नंबर 7480846641 जारी किया है। 

कैसे काम करेगा यह यूनिट

ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी होने की स्थिति में जल्द से जल्द इसकी सूचना जारी किए गए वाट्सएप नंबर में देना होगा। इसमें वित्तीय लेनदेन का पूरा ब्योरा, अपना मोबाइल नंबर, आधार नंबर व बैंक खाता की जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ ही साइबर यूनिट सक्रिय हो जाएगा। शिकायतकर्ता को उनकी शिकायत का नंबर मैसेज से भेजा जाएगा। इसके विरुद्ध हो रही कार्रवाई से भी अपडेट कराया जाएगा। कुछ परिस्थितियों को छोड़कर तीन से चार घंटों के अंदर मर्चेंट पेमेंट के तहत उनके उड़ाए गए रुपये वापस उनके खाता में पहुंचा दिया जाएगा। 

एसएसपी ने कहा जल्द से जल्द दे सूचना

एसएसपी जयंतकांत ने कहा कि ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी  मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे मामले में पेमेंट स्टॉप कराने व कार्रवाई की जरूरत होती है। ज्यादातर मामले में सूचनाएं देरी से आती है। इससे कार्रवाई में कठिनाई आती है। उन्होंने लोगो से अपील की कि जितनी जल्द हो सके साइबर यूनिट के वाट्सएप पर जानकारी दें। जिससे आगे की कार्रवाई सुगम हो। जब भी ऐसे मामले हो तो पहले साइबर यूनिट के वाट्सएप नंबर पर इसकी सूचना दे फिर जरूरत पडऩे पर प्राथमिकी कराएं। 

पुलिस की ओर से जारी किया गया सुझाव

ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी से बचाव के लिए जिला पुलिस ने आमलोगों के लिए ये सुझाव  जारी किया है। 

- कभी किसी अजनबी जो स्वयं को बैंक कर्मी बताकर फ्रॉड कॉल कर एटीएम नंबर, एटीएम पिन, सीवीवी नंबर व ओटीपी साझा करने को कहे तो ऐसा हरगिज न करें। बैंक ऐसी जानकारी किसी से नहीं मांगता है। 

- कभी किसी अजनबी की बातों में आकर कोई अज्ञात एप या लिंक को लिक्ंड ने करें। 

- किसी लुभावन या आकर्षक तथ्यों से जुड़े फर्जी एप को इंस्टॉल न करें। 

- एटीएम सह डेबित कार्ड नंबर, आधार कार्ड नंबर, जन्म तिथि, पैन नंबर या ओटीपी नंबर को साझा न करें।  

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