वनकर्मियों की टीम पर बाघ ने किया हमला, टाइगर ट्रैकर गंभीर रुप में घायल
हरनाटांड़ वन क्षेत्र के बैरियाकला स्थित कोशिल कक्ष संख्या दो की घटना घायल वनकर्मी को इलाज के लिए अस्पताल में कराया गया भर्ती
पश्चिम चंपारण, जेएनएन। पश्चिम चंपारण के बगहा में वीटीआर में गश्त पर निकले वनकर्मियों की टीम पर गुरुवार की सुबह में बाघ ने हमला कर दिया। बाघ के हमले में एक टाइगर ट्रैकर गंभीर रुप में घायल हो गया। घटना वन प्रमंडल दो में हरनाटांड़ वन क्षेत्र के बैरियाकला स्थित कोशिल कक्ष संख्या दो की है। घायल ट्रैकर ढ़ेला मियां को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरनाटांड़ में भर्ती कराया गया है। हाथ और कंधे पर गहरा जख्म है।
बताया जाता है कि गुरुवार की सुबह वनकर्मी ढ़ेला मियां, मोहन मांझी, महेश काजी, बृजेश मुसहर व शम्भू यादव कक्ष संख्या के 02 में गश्ती कर रहे थे। इसी क्रम में बैरियाकला के बरगदिया नाले के समीप बाघ का पगमार्क दिखा। बाघ के पगमार्क को देखकर ऐसा लगा कि बाघ अभी अभी यहां से गुजरा है। वनकर्मी अभी पगमार्क को ट्रेस कर हीं रहे थे कि अचानक बाघ ने हमला कर दिया ।
अन्य वनकर्मी तो बच गए। लेकिन टीटी ढ़ेला मियां बाघ के पंजे के जद में आ गया। वनकर्मी खुद को बाघ के कब्जे से मुक्त कराने के लिए संघर्ष करता रहा। उधर, बाघ के कब्जे में साथी को देख कर अन्य वनकर्मी चिल्लाने लगे। वनकर्मियों के चिल्लाने की आवाज पर बाघ वहां से भाग गया। घायल अवस्था में टीटी को लेकर सहयोगी वनकर्मी जंगल से बाहर आए और वरीय अधिकारियों को सूचना दी।
रेंजर अवधेश प्रसाद सिंह ने बताया कि वनकर्मी के घायल होने की सूचना मिलते ही वे स्वयं मौके पर पहुंचे और वनकर्मी को अस्पताल लाया गया। कर्मियों की टीम को बाघ की गतिविधि पर नजर रखने के लिए लगाया गया है। वीटीआर के क्षेत्र निदेशक हेमकांत राय ने कहा कि गश्ती में तैनात वनकर्मी पर बाघ ने हमला किया है। घायल वनकर्मी खतरे से बाहर है। बाघ के पगमार्क को देखते हुए उसपर नजर रखी जा रही है।