गोरीगामा में कैंसर से एक और मौत, दो गंभीर
कैंसर जोन बने गोरीगामा क्षेत्र में एक और पीड़ित ने दम तोड़ दिया।
मुजफ्फरपुर। कैंसर जोन बने गोरीगामा क्षेत्र में एक और पीड़ित ने दम तोड़ दिया। बीमारी से जूझ रहे सत्यनारायण राम की मृत्यु हो गई। इसके साथ ही यहां कैंसर से मरनेवालों की संख्या 40 हो गई है। जबकि, गांव में दो लोगों की स्थिति गंभीर बताई जा रही। पीएमओ ने गांव में बीमारी पर चल रहे शोध व बचाव के संबंध में स्वास्थ्य विभाग से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। वह नियमित इसकी निगरानी कर रहा। राज्य महामारी विशेषज्ञ डॉ. रागिनी मिश्रा ने बताया कि वैशाली सांसद रामाकिशोर सिंह ने प्रधानमंत्री को गोरीगामा की समस्या से अवगत कराया है। पीएमओ स्वास्थ्य विभाग से अब तक की कार्रवाई के संबंध में जानकारी मांगी थी, जिसकी रिपोर्ट भेजी गई है। अब तक वहां चलाए गए जागरूकता अभियान, स्वास्थ्य जांच शिविर व शोध पर काम चल रहा। इधर, टेंगराहां के सामाजिक कार्यकर्ता विवेक कुमार ने बताया कि पिछले दिनों गांव में पानी की जांच में आर्सेनिक की मात्रा मिली है, इसलिए वहां पेयजल शुद्ध करने की मशीन लगनी चाहिए। इसके लिए जिलाधिकारी से मिलकर मांग रखी है।
बताया कि पिछले दिनों गांव में शिविर लगा, उसमें तीन लोगों की पहचान हुई। इसमें सत्यनारायण राम की मृत्यु हो गई। वहां पर अबतक 40 लोग की मौत हुई। मृतकों की जानकारी अपने स्तर से जिलाधिकारी, मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री सहित अन्य संबंधित विभाग को भेजा है।
महावीर कैंसर संस्थान का शोध
महावीर कैंसर संस्थान गोरीगामा के कैंसर पीडितों के खून, बाल व नाखून का नमूना संग्रह किया है। मीनापुर पीएचसी प्रभारी डॉ. अजय कुमार पांडेय ने कहा कि कैंसर संस्थान की ओर से रिपोर्ट नहीं मिली है। वहां से रिपोर्ट आने के बाद कैंसर का कारण का पता चलेगा। बीमार लोगों का इलाज चल रहा है। पानी की जांच की गई, लेकिन उसमें मानक से कम आर्सेनिक की मात्रा मिली है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं है। पानी बीमारी का कारण नहीं है। जांच चल रही है। वैसे गांव में पेयजल सुविधा के लिए मिनी जलापूर्ति योजना शुरू की गई है।
ई. प्रभात कुमार
कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग
गांव में जागरूकता व स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। वहां से मरीजों से नमूना लिया गया है। बीमारी के कारणों पर शोध चल रहा। पीएचसी प्रभारी लगातार वहां पर निगरानी रखे हुए हैं।
डॉ. शिवचंद्र भगत
सिविल सर्जन