मुजफ्फरपुर में विगत 10 वर्षों में 20 बैंकों से लूट लिए गए एक करोड़ 87 लाख रुपये
2013 से सितंबर 2022 तक जिले में 20 बैंकों से हो चुकी लूट। 2019 व 20 में जिले में सबसे अधिक 10 बैंकों से हुई थी लूट व डकैती। 2021 जनवरी से दिसंबर तक तीन बैंकों में लुटेरों ने दिया लूट को अंजाम।
मुजफ्फरपुर, [संजीव कुमार]। पंचायत स्तर पर बैंक खोलने की कवायद चल रही है, लेकिन इनकी सुरक्षा को लेकर पुलिस के पास ठोस रणनीति नहीं है। नतीजा 10 वर्षों में जिले के 20 बैकों से करीब 1.87 करोड़ रुपये लूट की घटनाएं हो चुकी हैं। इसके अलावा भगवानपुर में मुथूट फाइनेंस से करीब 13 करोड़ से अधिक का सोना लूटा गया था। इससे प्रतीत हो रहा कि बैंक लुटेरों के लिए जिला सुरक्षित ठिकाना बन गया है। इस साल के शुरुआती महीने जनवरी में सरैया के बसैठा बाजार इलाके में बैंक लूट को अंजाम दिया गया था। ग्रामीणों ने साहस दिखाते हुए तीन लुटेरों को दबोच लिया था। करीब आठ महीने बाद फिर 19 सितंबर को सदर थाना क्षेत्र के गोबरसही में आइसीआइसीआइ बैंक को निशाना बनाया गया। इस शाखा को पहले भी लूटा गया था। विभागीय आंकड़े के अनुसार 10 वर्षों में 19 सितंबर 2022 तक जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में 20 बैंकों से लूट व डकैती की वारदात हो चुकी हैं। इसमें करीब 1.87 करोड़ रुपये लूट लिए गए थे। नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने बताया कि अधिकतर घटनाओं का पर्दाफाश कर लूटी गई राशि के साथ लुटेरों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
पिछले दिनों हुई बैंक लूट की घटनाएं
- 2022 सितंबर में गोबरसही आइसीआइसीआइ शाखा से 14.16 लाख रुपये की लूट।
- 2022 जनवरी में सरैया के बसैठा बाजार में पीएनबी शाखा से करीब नौ लाख रुपये की लूट।
- 2021 जनवरी में सकरा थाना क्षेत्र के दोनवा में बंधन बैंक की शाखा से करीब 17 लाख रुपये की लूट।
- 2021 जनवरी में अहियापुर के गरहां में सेंट्रल बैंक आफ इंडिया की शाखा से पांच लाख रुपये की लूट।
लुटेरे से भिड़ने में दुकानदार को मार दी गई थी गोली
पिछले साल सकरा थाना क्षेत्र के दोनवा में बंधन बैंक से 17 लाख रुपये लूट के बाद एक लुटेरे को स्थानीय दुकानदार ने पकड़ लिया था। इस पर बदमाश ने उनके सीने में गोली मार दी थी। विशेष टीम द्वारा 24 घंटे के अंदर पटना से तीन लुटेरों को लूट की अधिकतर राशि के साथ गिरफ्तार कर लिया था।
गोबरसही-भगवानपुर में लगातार लूट
गोबरसही-भगवानपुर इलाके में बैंक व फाइनेंस कंपनी में लूट की छह घटनाएं हो चुकी हैं। आसीआइसीआइ शाखा में दो बार लूट हुई। इसके अलावा एसबीआइ की गोबरसही एडीबी शाखा, भिखनपुरा में एसबीआइ, भगवानपुर में बैंक आफ इंडिया में लुटेरों ने घटना को अंजाम दिया था। साथ ही भगवानपुर चौक स्थित मुथूट फाइनेंस कंपनी से करीब 15 करोड़ रुपये का 26 किलो सोना व एक निजी फाइनेंस कंपनी से 10 लाख रुपये से अधिक की राशि लूट ली गई थी।
रामप्रवेश नाम बदल रह रहा था बोकारो में
काजीमोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के माड़ीपुर में 2016 में एक्सिस बैंक से करीब 47 लाख रुपये लूट लिए गए थे। एक दशक के भीतर बैंक लूट में सबसे अधिक राशि यहां से ही लूटी गई थी। इसमें पटना के बैजू कहार गिरोह का नाम सामने आया था। मामले में चार्जशीटेड रामप्रवेश को पिछले महीने झारखंड के बोकारो की विशेष पुलिस टीम ने वहीं से गिरफ्तार किया था। स्थानीय पुलिस ने उसे न्यायिक रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अर्जी दी है। पुलिस को गुमराह करने के लिए वह नाम बदलकर झारखंड में बैंक लूट को अंजाम दे रहा था। उसके पास से जितेंद्र नाम की आइडी मिली है। एक पुलिसकर्मी ने उसकी पहचान की। तब राज खुला कि जितेंद्र ही रामप्रवेश है, जिसके द्वारा अप्रैल 2016 में माड़ीपुर एक्सिस बैंक से 47 लाख रुपये लूटे थे।
वर्ष -- बैंक लूट
- 2013 --1
- 2014 --0
- 2015--0
- 2016 --2
- 2017--0
- 2018 -- 2
- 2019 --5
- 2020--5
- 2021 --3
- सितंबर 22 --2