लीची का सौदा कर वाराणसी के कारोबारी से डेढ़ लाख की ठगी
वर्षों से बाग लेकर लीची की खरीदारी करने वाले वाराणसी के कारोबारी के साथ डेढ़ लाख रुपये की ठगी मामले में डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने जांच और कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
मुजफ्फरपुर। वर्षों से बाग लेकर लीची की खरीदारी करने वाले वाराणसी के कारोबारी के साथ डेढ़ लाख रुपये की ठगी मामले में डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने जांच और कार्रवाई के आदेश दिए हैं। डीएम ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी के शिवपुर पुरानी चुंगी निवासी कारोबारी सह विश्व हिदू परिषद के महानगर अध्यक्ष राजीव शरण की शिकायत पर एसडीओ पूर्वी को कार्रवाई का निर्देश दिया है। डीएम और एसपी को सौंपे गए आवेदन में राजीव ने बताया है कि वह वर्षों से लीची का कारोबार करते रहे हैं। उनकी तरह वाराणसी और गाजीपुर के 300 से अधिक कारोबारी मुजफ्फरपुर के लीची किसानों से जुड़े हैं। प्रत्येक साल सीजन में वह लीची के बाग खरीदते हैं। उन्होंने मुशहरी के किसान से इस बार भी बाग खरीदी थी। आनलाइन और चेक का भुगतान भी किया था। तय समय पर जब वह फल लेने बाग पहुंचे तो उक्त किसान ने उनके करार से संबंधित कागजात को फाड़ दिया। लीची देने से इन्कार कर दिया। पैसे वापिस करने की बात कहने पर उन्हें फटकार लगाकर भगा दिया। उन्होंने बताया कि किसान ने उनके साथ धोखाधड़ी कर डेढ़ लाख रुपये का गबन कर लिया है।
गोपालगंज के बिस्किट व्यवसायी से दो लाख की ठगी : गोपालगंज जिला के बसैली थाना के बिस्किट व्यवसायी वाहिद हुसैन से दो लाख ठगी का मामला सामने आया है। यह ठगी उन्हें बिस्किट भेजने के नाम पर किया गया। उन्होंने सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसमें दीघरा के एक व्यवसायी को आरोपित बनाया है। थानाध्यक्ष संजीव सिंह निराला ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है।
गोपालगंज व्यवसायी वाहिद हुसैन ने प्राथमिकी में कहा है कि आरोपित से सामान लेनदेन की बातचीत हुई थी। इसके लिए आरोपित ने उसे 84 हजार का चेक भेजा। इसके बदले सामान भेजा। लॉकडाउन होने के कारण वे बैंक नहीं जा सके। इसके बाद आरोपित ने बिस्किट भेजने के लिए व्यवसायी से 1.58 लाख रुपये एडवास ले लिए। लेकिन, बिस्किट का खेप नहीं भेजा। ठगी का एहसास होने पर आरोपित से पैसे मागे तो उसने 20 हजार रुपये लौटा दिए। शेष राशि बाद में देने की बात बताई। उसे पहले दिए गए 84 हजार का चेक बैंक में जमा किया तो वह बाउंस हो गया। वह जब उसके घर पर पहुंचा तो वह बहाना बनाने लगा।