बूढ़े मां-बाप की नहीं करेंगे देखरेख तो होगा ये अंजाम
पश्चिमी चंपारण जिले के जिलाधिकारी रमण कुमार ने कहा कि जो नौजवान अपने बूढ़े मां-बाप की देखरेख नहीं करेंगे, तो वैसे लोगों को जेल जाना पड़ेगा।
By Edited By: Published: Mon, 01 Oct 2018 01:20 PM (IST)Updated: Mon, 01 Oct 2018 07:00 PM (IST)
मुजफ्फरपुर (जेएनएन)। पश्चिमी चंपारण जिले के जिलाधिकारी रमण कुमार ने कहा कि जो नौजवान अपने बूढ़े मां-बाप की देखरेख नहीं करेंगे, तो वैसे लोगों को जेल जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अब वह समय खत्म हो गया जब हम और हमारे अधिकारी शौचालय निर्माण को लेकर आपकी जी हजूरी करते रहे।
इस अभियान में दीदियों, माताओं बहनों ने सराहनीय भूमिका निभाई है। लेकिन कुछ ऐसे जिद्दी लोग अभी बाकी हैं, जिन्होंने शौचालय का निर्माण अब तक नहीं करवाया है। यह अभियान अब उनके लिए है। वे मर्द बनते है। शर्म आनी चाहिए उन्हें जब उनके घर की महिलाएं खुले में शौच को जाती है तब उनकी मर्दानगी कम नहीं होती। शौचालय का करें निर्माण 70 वर्षीय वृद्ध पिता बनारसी राम की शिकायत थी कि उनके कहने के बाद भी उनका पुत्र शौचालय नहीं बनवाया और कहने पर मारपीट करता है।
कहा कि यह घर की समस्या है और इसका निपटारा सामाजिक स्तर पर करके शौचालय का निर्माण करें। भविष्य में उसकी संतान भी उसके साथ ऐसा ही दुर्व्यवहार करेंगी। चंपारण का रण कार्यक्रम के अंतर्गत भीमलपुर पंचायत के ताजपुर बारा सामुदायिक भवन पहुंचे जिलाधिकारी सीधे उपस्थित लोगों से संवाद स्थापित किया। विद्यालय में पढ़ने वाली एक छोटी बच्ची गंगा से पूछा कि आप और आपके परिवार के लोग शौचालय कहा जाते हैं। बच्ची का जवाब था शौचालय में। डीएम उन शिक्षकों के लिए भी तालिया बजवाई जिनकी प्रेरणा पर गंगा के घर मे शौचालय का निर्माण हुआ था। घुस लेने व देने वाले दोनों दोषी कोठियां की रेहाना ने बताया कि कुछ दिन पहले उसे पता भी नहीं था कि शौचालय क्या होता है।
कोठियां हरेराम की एक महिला ने शौचालय निर्माण में अरुण राय नामक व्यक्ति द्वारा दो हजार रुपये रिश्वत लेने की शिकायत की। डीएम ने संज्ञान लेते हुए कहा कि घुस लेने व देने वाले दोनों दोषी होते हैं। कहा कि शौचालय निर्माण व खुले में शौच करने वालों के खिलाफ हल्ला बोलने के साथ घूसखोरों को सबक सिखाने के लिए भी हल्ला बोलना है। बीडीओ गौरी कुमारी को उसके खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया।
त्वरित निदान निकालने का दिया निर्देश । 80 वर्षीय वृद्ध सुरेंद्र राम की शिकायत थी कि उसके पास शौचालय निर्माण के लिए जमीन नहीं है। डीएम ने इसका त्वरित निदान निकालने का निर्देश दिया। मौके पर डीडीसी अखिलेश्वर प्रसाद ¨सह, एसडीओ संजय ¨सह, एडीएम कुमार मंगलम, पीजीआरओ अजय कुमार, जिला उद्यान पदाधिकारी डॉ. श्रीकांत, डीटीओ डीके अग्रवाल, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. उदयभान ¨सह, सीओ रविशंकर, बीइओ कृष्ण कुमार, पीओ राजेश कुमार गुप्ता, सीडीपीओ रीमा कुमारी, पर्यवेक्षिका ममता कुमारी, मुखिया बबिता देवी, रमाकांत चौरसिया, मदन साह, जीविका के विजय कुमार, जितेंद्र कुमार, आमोद प्रसाद व गुड़िया देवी मौजूद थी।
इस अभियान में दीदियों, माताओं बहनों ने सराहनीय भूमिका निभाई है। लेकिन कुछ ऐसे जिद्दी लोग अभी बाकी हैं, जिन्होंने शौचालय का निर्माण अब तक नहीं करवाया है। यह अभियान अब उनके लिए है। वे मर्द बनते है। शर्म आनी चाहिए उन्हें जब उनके घर की महिलाएं खुले में शौच को जाती है तब उनकी मर्दानगी कम नहीं होती। शौचालय का करें निर्माण 70 वर्षीय वृद्ध पिता बनारसी राम की शिकायत थी कि उनके कहने के बाद भी उनका पुत्र शौचालय नहीं बनवाया और कहने पर मारपीट करता है।
कहा कि यह घर की समस्या है और इसका निपटारा सामाजिक स्तर पर करके शौचालय का निर्माण करें। भविष्य में उसकी संतान भी उसके साथ ऐसा ही दुर्व्यवहार करेंगी। चंपारण का रण कार्यक्रम के अंतर्गत भीमलपुर पंचायत के ताजपुर बारा सामुदायिक भवन पहुंचे जिलाधिकारी सीधे उपस्थित लोगों से संवाद स्थापित किया। विद्यालय में पढ़ने वाली एक छोटी बच्ची गंगा से पूछा कि आप और आपके परिवार के लोग शौचालय कहा जाते हैं। बच्ची का जवाब था शौचालय में। डीएम उन शिक्षकों के लिए भी तालिया बजवाई जिनकी प्रेरणा पर गंगा के घर मे शौचालय का निर्माण हुआ था। घुस लेने व देने वाले दोनों दोषी कोठियां की रेहाना ने बताया कि कुछ दिन पहले उसे पता भी नहीं था कि शौचालय क्या होता है।
कोठियां हरेराम की एक महिला ने शौचालय निर्माण में अरुण राय नामक व्यक्ति द्वारा दो हजार रुपये रिश्वत लेने की शिकायत की। डीएम ने संज्ञान लेते हुए कहा कि घुस लेने व देने वाले दोनों दोषी होते हैं। कहा कि शौचालय निर्माण व खुले में शौच करने वालों के खिलाफ हल्ला बोलने के साथ घूसखोरों को सबक सिखाने के लिए भी हल्ला बोलना है। बीडीओ गौरी कुमारी को उसके खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया।
त्वरित निदान निकालने का दिया निर्देश । 80 वर्षीय वृद्ध सुरेंद्र राम की शिकायत थी कि उसके पास शौचालय निर्माण के लिए जमीन नहीं है। डीएम ने इसका त्वरित निदान निकालने का निर्देश दिया। मौके पर डीडीसी अखिलेश्वर प्रसाद ¨सह, एसडीओ संजय ¨सह, एडीएम कुमार मंगलम, पीजीआरओ अजय कुमार, जिला उद्यान पदाधिकारी डॉ. श्रीकांत, डीटीओ डीके अग्रवाल, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. उदयभान ¨सह, सीओ रविशंकर, बीइओ कृष्ण कुमार, पीओ राजेश कुमार गुप्ता, सीडीपीओ रीमा कुमारी, पर्यवेक्षिका ममता कुमारी, मुखिया बबिता देवी, रमाकांत चौरसिया, मदन साह, जीविका के विजय कुमार, जितेंद्र कुमार, आमोद प्रसाद व गुड़िया देवी मौजूद थी।
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