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कम मतदान फीसद वाले 350 केंद्रों पर कारण का पता लगाने आज पहुंचेंगे पदाधिकारी

विगत चुनाव में जहां कम मतदान फीसद रहा है। ऐसे दस फीसद मतदान केंद्रों पर विशेष कार्य किया जाएगा ताकि वहां वोटिग के फीसद में अपेक्षाकृत वृद्धि हो सके।

By JagranEdited By: Published: Thu, 24 Sep 2020 02:03 AM (IST)Updated: Thu, 24 Sep 2020 02:03 AM (IST)
कम मतदान फीसद वाले 350 केंद्रों पर कारण का पता लगाने आज पहुंचेंगे पदाधिकारी
कम मतदान फीसद वाले 350 केंद्रों पर कारण का पता लगाने आज पहुंचेंगे पदाधिकारी

मुजफ्फरपुर। विगत चुनाव में जहां कम मतदान फीसद रहा है। ऐसे दस फीसद मतदान केंद्रों पर विशेष कार्य किया जाएगा, ताकि वहां वोटिग के फीसद में अपेक्षाकृत वृद्धि हो सके। कम मतदान फीसद वाले 350 मतदान केंद्रों पर गुरुवार को संबंधित पदाधिकारी पहुंचेंगे और कारणों का पता लगाएंगे। इसको लेकर जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने आदेश जारी किया है। जिसमें कहा है कि विगत लोकसभा चुनाव में विधानसभा वार न्यूनतम मतदान वाले दस फीसद मतदान केंद्रों पर वोटिग प्रतिशत बढ़ाने को लेकर बैठक की जाएगी। जिसके बाद संबंधित बीएलओ, आरओ, एआरओ व सेक्टर पदाधिकारियों के द्वारा विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान विगत चुनाव में मतदान का फीसद कम होने का कारण भी ढूंढा जाएगा। दूसरी ओर मतदाताओं को जागरूक करने के साथ मतदान केंद्रों पर उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी ली जाएगी। साथ ही मतदान केंद्र स्तर पर बूथ अवेयरनेस ग्रुप (बीएजी) को सक्रिय किया जाएगा।

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फर्जी ईपिक को लेकर सभी ईआरओ को कार्रवाई का निर्देश : बिहार विधानसभा चुनाव के ठीक पहले कर्नाटक में फर्जी ईपिक का मामला सामने आने के बाद आयोग ने सभी राज्यों को अलर्ट कराया है। बताया गया है कि साइबर कैफे में फर्जी ईपिक तैयार किए जा रहे थे।मामला सामने आने के बाद जांच में पता चला कि देश के अन्य शहरों में भी इस तरह का खेल किया जा रहा है। इसको लेकर आयोग ने सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट कराते हुए जांच का निर्देश दिया है। आयोग के पत्र के बाद डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने सभी ईआरओ को सतर्कता बरतते हुए आवश्यक कार्रवाई का आदेश दिया है। हालांकि उन्होंने कहा कि जिले में फिलहाल इस तरह का कोई मामला सामने नहीं आया है। लेकिन सतर्कता जरूरी है।


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