बच्चों को एईएस से बचाने के लिए गांव-गांव पहुंची प्रशासन की टीम
जिले में बच्चों को एईएस और चमकी बुखार से बचाने के लिए प्रशासन की टीम बुधवार को गांव-गांव पहुंची।
मुजफ्फरपुर : जिले में बच्चों को एईएस और चमकी बुखार से बचाने के लिए प्रशासन की टीम बुधवार को गांव-गांव पहुंची। यहां संध्या चौपाल का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया गया। कार्यक्रम की कमान संभालते हुए डीएम प्रणव कुमार कांटी की कोल्हुआ पैगंबरपुर पंचायत पहुंचे। उन्होंने संध्या चौपाल में एईएस और चमकी बुखार से बच्चों के बचाव को लेकर लोगों को जागरूक किया। अभिभावकों से बच्चों पर ध्यान देने को कहा। भूखे या खाली पेट नहीं सोने देने, तबीयत बिगड़ने पर बिना समय गंवाए स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लाने की अपील की। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी अस्पतालों में एईएस और चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों के इलाज की बेहतर व्यवस्था की गई है। पंचायतों या गांवों में टैग किए गए वाहनों के अतिरिक्त अन्य वाहनों से भी बीमार बच्चों को अस्पताल में लाने पर कोई राशि नहीं देनी होगी। सबसे जरूरी यह है कि बच्चे को समय से अस्पताल पहुंचाया जाए। इससे उनका तत्काल इलाज शुरू किया जा सके।
डीएम ने आशा, सेविका, सहायिका और जीविका दीदियों को अपने-अपने क्षेत्रों में घर-घर भ्रमण का कार्य जारी रखने को कहा। बढ़ते तापमान को देखते हुए अगले 20 से 25 दिनों तक पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। डोर-टू-डोर भ्रमण के साथ एईएस या चमकी बुखार के लक्षण और उससे बचाव की जानकारी लोगों को देते रहने को कहा। संध्या चौपाल में सेविका और सहायिका द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से चमकी बुखार को लेकर लोगों को जागरूक किया गया। कांटी पीएचसी प्रभारी राजेश कुमार, एएनएम एवं आशा ने भी लोगों को एईएस और चमकी बुखार को लेकर जानकारी उपलब्ध कराई। साथ ही इससे बचाव तरीकों के बारे में बताया। मंच संचालन केयर के जिला प्रतिनिधि सौरभ तिवारी ने किया। चौपाल में सहायक समाहर्ता श्रेष्ठ अनुपम, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कमल सिंह, डीपीएम भगवान दास वर्मा, कांटी उमा भारती, डॉ. निर्भय कुमार सिंह, मुखिया गीता देवी, केयर प्रतिनिधि पियूष कुमार के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधिगण भी मौजूद थे।