Coronavirus: अब डीएमसीएच में कोरोना मरीजों के लिए विशेष ICU, मिलेंगी ये सुविधाएं
गंभीर स्थिति होने पर बेहतर इलाज के लिए मरीज किए जाएंगे एनएमसीएच पटना रेफर। ट्रामा सेंटर तत्काल होगा कोरोना आइसीयू अन्य विभाग के वार्डों का भी होगा इस्तेमाल।
दरभंगा [संजय कुमार उपाध्याय]। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच दरभंगा मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में गहन चिकित्सा कक्ष (आइसीयू) तैयार किया गया है। कॉलेज स्थित अस्पताल परिसर के नवनिर्मित ट्रामा सेंटर में कुल आठ बेड का आइसीयू बना है। यहां गंभीर मरीज तत्काल प्रभाव से भर्ती किए जाएंगे और उनकी हालत स्थिर होने के बाद इस संक्रमण के लिए विशेष तौर पर स्थापित पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज भेजा जाएगा। ताकि, उनकी चिकित्सा बेहतर तरीके से की जा सके।
खतरे को देखते हुए क्लीनिकल डिपार्टमेंट के 50 फीसद वार्ड रिजर्व, तैयारी शुरू
लगातार बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए सरकारी तैयारी के तहत डीएमसीएच के क्लीनिकल डिपार्टमेंट के पचास फीसद वार्ड को संक्रमण ज्यादा होने की स्थिति में इलाज के लिए आरक्षित कर दिया गया है। बताया गया है कि इस डिपार्टमेंट के अधिकांश भवन जर्जर स्थिति में हैं। संसाधनों की भी कमी है। इसे तत्काल ठीक करने के लिए अस्पताल के अधीक्षक ने बिहार मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को पत्र लिखा है। पत्र की प्रतिलिपि सभी संबंधित अधिकारियों को दी है। ताकि, तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित हो सके। बताते हैं कि पत्र के आलोक में विभाग के स्तर पर फौरी कार्रवाई चल रही है। टेंडर आदि की प्रक्रिया पूरी हो गई है। जल्द ही सभी संबंधित वार्ड के भवन ठीक कर लिए जाएंगे। संसाधन भी उपलब्ध हो जाएंगे।
26 वेंटिलेटर की सुविधा फिलहाल उपलब्ध
यहां तत्काल 26 वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध है। हालांकि, अबतक किसी भी कोरोना संक्रमित को वेंटिलेटर पर रखने की आवश्यकता नहीं पड़ी है। लोगों के ठीक होने की रफ्तार ठीक है। सामान्य तरीके से भी ऑक्सीजन देने की जरूरत काफी कम लोगों को पड़ी है।
संक्रमितों के लिए तत्काल 400 बेड का है इंतजाम
अस्पताल प्रबंधन के अनुसार वर्तमान में कोरोना संक्रमित लोगों के इलाज के लिए करीब 400 बेड का इंतजाम किया गया है। लेकिन, कभी भी बड़ी संख्या में मरीज यहां भर्ती नहीं हुए हैं। जितनी संख्या में मरीज भर्ती हो रहे हैं। उससे बड़ी संख्या में ठीक भी हो रहे हैं। लेकिन, आपात स्थिति से निपटने की तैयारी लगातार चल रही है।
इस बारे में डीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. आरआर प्रसाद ने कहा कि नए आइसीयू के निर्माण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। तत्काल इसे नए ट्रामा भवन में तैयार किया गया है। शुरू से लेकर मध्यम स्थिति के मरीजों की चिकित्सा यहां होगी। गंभीर प्रकृति के मरीजों को प्रारंभिक चिकित्सा के बाद पटना एनएमसीएच भेजा जाएगा।