अब निजी एजेंसी करेगी सफाई वाहनों के रखरखाव व मरम्मत का काम
नगर निगम के सफाई वाहनों का रखरखाव और मरम्मत का काम अब निजी एजेंसी को सौंपा जाएगा। एजेंसी की बहाली निविदा के माध्यम से होगी।
मुजफ्फरपुर। नगर निगम के सफाई वाहनों का रखरखाव और मरम्मत का काम अब निजी एजेंसी को सौंपा जाएगा। एजेंसी की बहाली निविदा के माध्यम से होगी। साथ ही निगम की संचिकाओं को अब निगम के अधिकारी या कर्मचारी अपने पास अधिक दिनों तक लंबित नहीं रख पाएंगे। संचिकाओं को तीन से पांच दिनों के भीतर निष्पादित करना होगा।
इस निर्णय शनिवार को महापौर सुरेश कुमार की अध्यक्षता में हुई सशक्त स्थायी समिति की बैठक में लिया गया। बैठक में सफाई कार्य में बाधा नहीं आए इसके लिए रिक्शा ठेला एवं ट्राली की मरम्मत के लिए सभी अंचल निरीक्षकों को तीन-तीन हजार रुपये एडवांस देने का निर्णय लिया गया। इस दौरान नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा, समिति सदस्य नंद कुमार प्रसाद साह, हरिओम कुमार, जावेद अख्तर, अर्चना पंडित, पवन कुमार आदि शामिल रहे।
पूर्व कराए गए कार्यो का फिलहाल नहीं होगा भुगतान :
कोटेशन पर पूर्व में कराए गए 174 कार्यो का भुगतान फिलहाल नहीं होगा। सरकार से मार्गदर्शन लेने के बाद भुगतान किया जाएगा। सड़क एवं नाला निर्माण के दौरान जलापूर्ति पाइप लाइन क्षतिग्रस्त करने वाले संवेदकों के खिलाफ निगम सख्त कार्रवाई करेगा। साथ ही पाइप क्षतिग्रस्त कर मरम्मत नहीं करने पर निगम संवेदक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराएगा।
स्पेशल टीम का होगा गठन :
बैठक में स्टाल किराएदारों पर लाखों रुपये बकाया होने पर नाराजगी जताई गई। स्टाल शाखा को अविलंब बकाया वसूली के लिए कड़े कदम उठाने को कहा गया। खराब वेपर की शीघ्र मरम्मत कराई जाएगी। पूर्व से बने सात टीमों को सात-सात वार्ड के वेपर को ठीक कराने का जिम्मा दिया गया। साथ ही एक स्पेशल टीम का गठन किया जाएगा जो जनता की शिकायत मिलते ही उसका निष्पादन करेगी। मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत सड़क एवं नाला निर्माण की सभी ढाई सौ योजनाओं को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा।