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अब सस्ते दर पर वाल्मीकि टाइगर रिजर्व भ्रमण का लें आनंद, जानिए सरकार की घोषणा के बारे में

उपमुख्यमंत्री ने वाल्मीकिनगर भ्रमण के दूसरे दिन टूरिस्टों के लिए नए पैकेज का एलान किया। पर्यटन सीजन के औपचारिक सत्र का किया शुभारंभ।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sun, 08 Dec 2019 03:40 PM (IST)Updated: Sun, 08 Dec 2019 03:40 PM (IST)
अब सस्ते दर पर वाल्मीकि टाइगर रिजर्व भ्रमण का लें आनंद, जानिए सरकार की घोषणा के बारे में
अब सस्ते दर पर वाल्मीकि टाइगर रिजर्व भ्रमण का लें आनंद, जानिए सरकार की घोषणा के बारे में

पश्चिमी चंपारण, जेएनएन। वाल्मीकि व्याघ्र आरक्ष के पर्यटन सीज़न का औपचारिक शुभारंभ करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के लिए नए इको टूरिज्म पैकेज का एलान किया । पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन तथा बिहार राज्य पर्यटन निगम की ओर से शुरू किए गए पैकेज के अन्तर्गत सैलानी सस्ते दर पर वाल्मीकि टाइगर रिजर्व आने-जाने, एक रात और दो दिन ठहरने तथा जलपान-भोजन की सुविधा उपलब्ध होगी ।

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सैलानियों को वाल्मीकि टाइगर रिजर्व भ्रमण के दौरान जंगल सफारी से भ्रमण, गंडक नदी में नौकायन, हाथी शेड का भ्रमण,कौलेश्वर झूला से केनोपी वाक का आनंद, जंगल ट्रैकिंग एवं साइकिलिंग एवं इको पार्क का आनंद, उठाने का अवसर मिलेगा । वन महकमा के प्रयास से बिहार में पर्यटन उद्योग के चेहरे को नया रूप देने की तैयारी चल रही है।

इस उद्देश्य के तहत सरकार ने वाल्मीकि टाइगर रिजर्व को पटना और राजगीर की तर्ज पर और विकसित कर रही है। ताकि, देश-विदेश से पर्यटक यहां आकर प्रकृति का मनोरम दृश्य का आनंद ले सकें ।'पर्यटन के क्षेत्र में इको टूरिज्म को वर्ल्ड टूरिज्म के मैप पर लाने की तैयारी चल रही है । रिजर्व के जंगल की सैर करने आए पर्यटकों को बाघ के दीदार का अवसर मिलेगा ।

पर्यटकों को सैर कराने के लिए जिप्सी सफारी एवं कैंटर एवं नौका विहार की सुविधा दी गई है, जो जंगल सैर कराती है। वन विभाग के नियम के अनुरूप ही पर्यटन सीजन का संचालन किया जाएगा। नए पर्यटन सत्र में टूरिस्टों ने जंगल भ्रमण कर प्राकृतिक सुंदरता का आनंद उठाया है । जंगल सैर करने के दौरान टूरिस्टों को वनराज बाघ के दीदार हुए हैं । इस सीजन में अधिक पर्यटक आने की उम्मीद लगाई जा रही है।

वीटीआर का अलौकिक वातावरण और प्राकृतिक सौंदर्य सैलानियों को खूब भा रहा है। यहां स्वच्छंद विचरण करते बाघ, हिरण, गैंडा, के दर्शन के लिए सैलानी लालायित रहते हैं। जंगल के घास के मैदानों में कुलाचे भरते हिरनों के झुंड देख सैलानी लालायित रहते हैं । सत्र के शुरुआती दौर से ही सैलानियों की भीड़ उमड़ने लगती है। खासकर दिसंबर के अंत में और जनवरी में सैलानी यहां बड़ी संख्या में आते हैं। वन्यजीवों को उनके प्राकृतिक परिवेश में विचरण करते देख सैलानी रोमांचित हो उठते हैं। पर्यटन के लिहाज से वीटीआर सैलानियों के लिए सबसे बेहतर जगह साबित हो रहा है। इसका प्रचार-प्रसार होना चाहिए जंगल जल पहाड़ का बेहतर मिश्रण है वीटीआर । 


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