उत्तर बिहार को पताही कोविड केयर अस्पताल की दरकार, लगातार हो रही मांग
चैंबर ऑफ कॉमर्स ने प्रधानमंत्री को किया ट््वीट। सांसद विधायक राजनीतिक दलों के अध्यक्ष एवं व्यवसायी लगातार कर रहे मांग। पूर्व मंत्री ई. अजीत कुमार ने गृह राज्य मंत्री को पत्र लिखकर इस पर ध्यान देने को कहा है।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण की तेज रफ्तार के बीच मौत का आंकड़ा बढ़ते जा रहा है। स्थानीय स्वास्थ्य व्यवस्था कोरोना मरीजों की जान बचने में विफल साबित हो रही है। ऐसे में उत्तर बिहार के लोगों को पताही कोविड केयर अस्पताल की एक बार फिर दरकार है। इसके लिए सांसद, विधायक, व्यवसायिक संगठनों एवं विभिन्न राजनीतिक दलों के अध्यक्ष लगातार सरकार को पत्र लिख रहे हैं। प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षा मंत्री, गृह रक्षा मंत्री, सभी को पत्र लिखा जा चुका है, लेकिन अब तक केंद्र सरकार द्वारा कोई संकेत नहीं दिया गया है। एक बार फिर नार्थ बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स ने अस्पताल खोलने के लिए प्रधानमंत्री को ट््वीट किया है। दूसरी ओर पूर्व मंत्री ई. अजीत कुमार ने गृह राज्य मंत्री को पत्र लिखकर इस पर ध्यान देने को कहा है। चैंबर ऑफ कॉमर्स आयकर उपसमिति के चेयरमैन रमेश चंद्र टिकमानी ने अपने ट््वीट में कहा है कि पताही कोविड केयर अस्पताल दो-तीन महीने पूर्व ही बंद हुआ है। कोरोना संकट की ऐसी घड़ी में यह अस्पताल रामबाण साबित होगा। पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने अपने पत्र में पताही कोविड केयर अस्पताल लोगों की जान बचाने को फिर चालू करने की मांग की है।
विधायक ने की होम क्वारंटाइन वालों को दवा मुहैया कराने की मांग
मुशहरी (मुजफ्फरपुर) :बोचहां विधायक मुसाफिर पासवान ने डीएम को पत्र लिखकर मुशहरी व बोचहां के कोरोना पॉजिटिव होम क्वारंटाइन वालों को दवा मुहैया कराने की मांग डीएम से की है। पत्र में कहा कि काफी संख्या में ऐसे लोग हैं जो सपरिवार कोरोना पॉजिटिव हैं जिनके लिए दवा लाने वाला भी कोई नहीं। ऐसे लोगों को मदद की जरूरत है। इधर, मुशहरी गांव के 14 अग्निपीडि़तों के बीच विधायक पुत्र अमर पासवान ने निजी कोष से नकदी व खाद्यान उपलब्ध कराया।
चिकित्सक की कमी से टीकाकरण की गति धीमी
पीएचसी में चिकित्सक की कमी का प्रभाव कोविड टीकाकरण पर स्पष्ट दिख रहा है। यहां के पांच चिकित्सकों में चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. उमेशचंद्र शर्मा को एसीएमओ पद पर प्रोन्नति देकर जिला मुख्यालय में पदस्थापित कर दिया गया है, जबकि अन्य चिकित्सकों को जिला मुख्यालय के लिए रिलीव किया जा चुका है। इसमें दो महिला चिकित्सक कोरोना पॉजिटिव हो चुकी हैं। अन्य चिकित्सक जिला मुख्यालय में कार्यरत हैं। इस हालत में महज दो दिन पूर्व प्रभार संभाले प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. ओमप्रकाश के जिम्मे कोविड के साथ ही अन्य कार्य है जिससे मरीजों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कोविड के अलावा अन्य बीमारी से पीडि़त लोगों की जांच करने वाले भी नहीं मिल पा रहे हैं। चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. ओमप्रकाश ने बताया कि हमने सीएस को मौज़ूदा हालात की जानकारी दे दी है। चिकित्सक के नहीं रहने से काफी परेशानी हो रही है। इससे टीकाकारण की गति भी काफी धीमी हो गई है।