Migrant Worker : भूख के आगे कोई नियम नहीं, सत्तू से भरी बाल्टी लेकर ही भाग गए प्रवास श्रमिक
Migrant Worker मुजफ्फरपुर जंक्शन पर मसालेदार सत्तू पीने के लिए प्रवासियों में मारामारी। आठ सौ से लेकर एक हजार प्रवासियों के बीच बांटा गया सत्तू।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जंक्शन पर मसालेदार सत्तू पीने के लिए प्रवासियों के बीच मारामारी हुई। भूखे-प्यासे प्रवासी सत्तू लेने के लिए टूट पड़े। कई प्रवासी सत्तू से भरी बाल्टी लेकर कोच के अंदर चले गए। इससे अफरातफरी मच गई। रेल कर्मियों ने दूसरी बाल्टी में सत्तू को घोलकर दोबारा प्रवासियों के बीच बांटा।
रेलकर्मियों ने सत्तू पिलाने की तैयार की थी योजना
जानकारी के अनुसार वाणिज्य विभाग के मुख्य वाणिज्य निरीक्षक के नेतृत्व में कर्मियों ने प्रवासियों को मसालेदार सत्तू पिलाने की योजना तैयार की। इसके बाद वरीय अधिकारी का आदेश मिलने पर कर्मियों ने पांच-छह बड़ी बाल्टी में सत्तू को बेहतर तरीके से मिक्स किया। प्लेटफॉर्म संख्या एक पर दरभंगा, मधुबनी व अन्य जगहों से आईं श्रमिक स्पेशल ट्रेनें रुकीं।
लाइसेंसी वेंडरों ने भी सहयोग दिया
कर्मियों ने गिलास में सत्तू भरकर एक-एक प्रवासी को खिड़की से देना शुरू किया। इसी बीच भूखे-प्यासे कुछ प्रवासी ट्रेन से उतरकर कर्मियों से बाल्टी छीनकर कोच में चढ़ गए। सभी प्रवासियों ने सत्तू पीकर ट्रेन चलने पर बाल्टी को फेंक दिया। आठ सौ से एक हजार तक प्रवासियों को सत्तू मिला। कर्मियों ने कहा कि गर्मी होने से मसालेदार सत्तू पिलाया गया है। इसमें लाइसेंसी वेंडरों ने भी सहयोग दिया। साथ ही प्रवासियों को पानी की बोतल भी दी गईं।
एईएस से जंग जीतने वाले बच्चों को सूखे मेवे के पैकट
जिले में एईएस व चमकी बुखार से 20 बच्चे स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं। चमकी बुखार व एईएस से जंग जीतने वाले इन बच्चों एवं उनके अभिभावकों को शनिवार को पत्र लिखकर डीएम डॉ . चंद्रशेखर सिंह ने शुभकामनाएं दीं और हौसला बढ़ाया। साथ ही रेड क्रॉस में इन बच्चों के लिए सूखे मेवे के 20 पैकेट जीविका को उपलब्ध कराए गए।
मौके पर डीएम ने कहा कि ना केवल उन बच्चों को जो चमकी के विरुद्ध जंग में जीत हासिल किए है, बल्कि उन सभी बच्चों को जो कमजोर और कुपोषित हैं उनको भी ड्राई फ्रूट पैकेट्स उपलब्ध कराए जाएंगे। मौके पर नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा, डीपीआरओ कमल सिंह तथा जीविका के जिला प्रतिनिधि उपस्थित थे।