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नौनिहालों का पोषण, 'तंदुरुस्त' हो रहा महकमा, अधिकतर केंद्रों पर कागज पर बन रहा पोषाहार

बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए लाखों रुपये खर्च हो रहे। गर्भवती एवं धातृ महिलाओं को पौष्टिक आहार देने के नाम पर भी काफी धन खर्च हो रहा खर्च।

By Ajit KumarEdited By: Published: Wed, 15 May 2019 08:46 AM (IST)Updated: Wed, 15 May 2019 08:46 AM (IST)
नौनिहालों का पोषण, 'तंदुरुस्त' हो रहा महकमा, अधिकतर केंद्रों पर कागज पर बन रहा पोषाहार

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए दिया जानेवाला पोषाहार इन दिनों समाज कल्याण विभाग को तंदुरुस्त कर रहा। आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों के पोषण समेकित बाल विकास परियोजना से जुड़े कई कर्मी व अधिकारी अपनी सेहत बना रहे। अधिकतर केंद्रों पर कागज पर ही पोषाहार बन रहा। यह धरातल पर नहीं दिख रहा। बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए लाखों रुपये खर्च हो रहे।

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  गर्भवती एवं धातृ महिलाओं को पौष्टिक आहार देने के नाम पर भी काफी धन खर्च हो रहा है। आरोप है कि राशि फाइलों में ही खर्च हो रही। आंगनबाड़ी केंद्रों पर बरती जा रही गड़बड़ी का स्थानीय लोगों द्वारा विरोध भी किया जाता, मगर नतीजा सिफर। अधिकारियों की जांच भी कागजी साबित हो रही।

बच्चों को ये मिलता पोषाहार

बच्चों को सोमवार व शनिवार को खिचड़ी, मंगलवार को पुलाव, बुधवार को खिचड़ी व दूध, गुरुवार को हलवा, शुक्रवार को रसियाव व अंडा मिलता है।

टेक होम राशन (हर महीने)

-छह माह से तीन वर्ष तक के कुपोषित बच्चों को ढाई किलो चावल व सवा किलो दाल।

-अतिकुपोषित को तीन किलो 750 ग्राम चावल व एक किलो 750 दाल।

-गर्भवती व धातृ महिला को साढ़े तीन किलो चावल व डेढ़ किलो दाल।

-गर्भवती व प्रसूता महिलाओं में अंडा खाने वाली को सात अंडे मिलने का प्रावधान है।

-अंडा नहीं खाने वाली को सोयाबड़ी मिलेगी।

-छह माह से तीन साल के बच्चे जो अंडा खाते हैं, उन्हें आठ हर महीना अंडा देना है।

-अंडा नहीं खाने वाले बच्चों को सोयाबड़ी मिलेगी।

पोषाहार का मानक

-छह से 72 माह के बच्चे को कैलोरी 500 व प्रोटीन 12-15 ग्राम।

-अतिकुपोषित छह से 72 माह के बच्चे को कैलोरी 800 व प्रोटीन 20-25 ग्राम।

-गर्भवती व धातृ महिलाओं को कैलोरी 600 व प्रोटीन 18-20 ग्राम।

पोषाहार पर खर्च

-छह से 72 माह के बच्चे के लिए आठ रुपये प्रत्येक दिन।

-अतिकुपोषित छह से 72 माह के बच्चे के लिए 10 रुपये।

-गर्भवती व धातृ महिलाओं के लिए नौ रुपये।

डीपीओ ने कहा- नहीं सामने आया बड़ी गड़बड़ी का मामला

आइसीडीएस डीपीओ ललिता कुमारी ने कहा कि पोषाहार में गड़बड़ी रोकने को लेकर लगातार जांच चल रहा है। किसी केंद्र से बड़ी गड़बड़ी का मामला सामने नहीं आया है। गड़बड़ी मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

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