Indian-Nepal Tension: नेपाल की धमकी के बाद बलुआ गुआबारी तटबंध पर बढ़ी सुरक्षा, NDRF की टीम ढाका पहुंची
भारत- नेपाल सीमा पर ढ़ाका प्रखंड स्थित बलुआ-गुआबारी तटबंध निर्माण को लेकर नेपाल के रौतहट प्रशासन की ओर से दी गई धमकी के बाद वहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। भारत-नेपाल सीमा पर ढाका प्रखंड क्षेत्राधीन बलुआ-गुआबारी तटबंध निर्माण को लेकर नेपाल के रौतहट प्रशासन की ओर से दी गई धमकी के बाद वहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बांध की सुरक्षा में एसएसबी को लगा दिया गया है। वहीं स्थानीय पुलिस ने भी बांध पर सघन गश्ती व चौकसी बढ़ा दी है। साथ ही बाढ़ सुरक्षा व राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीम भी सुरक्षा को लेकर ढाका पहुंच चुकी है।
बताते चलें कि आपदा प्रबंधन विभाग के तकनीकी अधिकारियों द्वारा तटबंध का मरम्मत कार्य किया जा रहा था। इस दरम्यान नेपाल प्रशासन द्वारा 22 जून को निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई थी। नेपाल इसे अपनी जमीन बता रहा था। इसको लेकर दोनों देशों के अधिकारियों की देखरेख में दो व तीन जुलाई को दोनों देश की सर्वेयर टीम द्वारा इसकी पैमाइश की गई।
जानकारी के अनुसार पैमाइश के दौरान तटबंध का विवादित हिस्सा पिलर संख्या 345 से 347 के बीच 0.9 मीटर नौ मेंस लैंड भारतीय क्षेत्र में अंकित किया गया। नौ मेंस लैंड की जमीन भारतीय क्षेत्र की है। इधर, नेपाल प्रशासन द्वारा दिए कुछ अखबारों में दिए गए बयान के बाद भारत की ओर से स्थानीय प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था को चौकस कर दिया गया है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एसडीओ ज्ञान प्रकाश, अपर अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार, सीओ अशोक कुमार के अलावा सीमा क्षेत्र में तैनात पुलिस जवान सदैव इसकी देखरेख कर रहे हैं।
सिकरहना अनुमंडल के एसडीओ ज्ञान प्रकाश ने कहा कि पैमाइश के बाद गृह विभाग से कोई भी रिपोर्ट अभी प्राप्त नहीं हुई है। सर्वेयर टीम अपनी रिपोर्ट सीधे केंद्र सरकार को देती है। फिलहाल, यथास्थिति बनाये रखने की कोशिश है। तटबंध का काम लगभग पूरा हो चुका है। विवादित पांच सौ मीटर में आंशिक काम शेष बचा है। तटबंध की सुरक्षा एवं आम जनता को बाढ़ से तबाही से बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का अनुपालन कराया जा रहा है। सभी सीओ को क्षेत्र में भ्रमणशील रहने को कहा गया है।