Move to Jagran APP

नैक के लिए कॉलेजों को प्रलोभन दे रहीं संस्थाएं, परिषद ने चेताया

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय समेत इससे जुड़े तीन दर्जन से अधिक संस्थानों को नैक मूल्यांकन के लिए परिषद ने चेतावनी दी है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 May 2021 04:23 AM (IST)Updated: Fri, 14 May 2021 04:23 AM (IST)
नैक के लिए कॉलेजों को प्रलोभन दे रहीं संस्थाएं, परिषद ने चेताया
नैक के लिए कॉलेजों को प्रलोभन दे रहीं संस्थाएं, परिषद ने चेताया

मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय समेत इससे जुड़े तीन दर्जन से अधिक संस्थानों को नैक मूल्यांकन के लिए परिषद ने चेतावनी दी है। राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद के प्रशासनिक पदाधिकारी ने पत्र जारी कर कहा है कि कई निजी कंपनी, एजेंसी व व्यक्ति निजी वेबसाइटों के माध्यम से नैक मूल्यांकन और मान्यता प्रक्रिया में सहयोग देने का प्रलोभन दे रहे हैं। वहीं आवेदन से लेकर आगे तक की प्रक्रिया के लिए संस्थानों को इस दावे के साथ लुभाने की कोशिश कर रहे हैं कि यदि वे ऐसी एजेंसियों या व्यक्तियों से सहायता के लिए संपर्क करते हैं तो वे बेहतर ग्रेड हासिल करेंगे। इनकी ओर से यह भी दावा किया जा रहा है कि ये एजेंसियां-व्यक्ति नैक के आंतरिक कामकाज के बारे में अच्छी तरह से वाकिफ और जानकार हैं। नैक की ओर से उच्च शिक्षण संस्थानों को कहा गया है कि यह न तो ऐसी एजेंसियों-व्यक्तियों से जुड़ा है और न ही इससे संबद्धता को प्रोत्साहित करता है। कहा गया है कि नैक की प्रक्रिया पूरी तरह से आइसीटी संचालित तंत्र और पारदर्शी है। नैक एक गुणवत्ता संगठन है और मूल्यांकन और प्रत्यायन के बारे में किसी भी प्रश्न को संस्था द्वारा सीधे हेल्प डेस्क और इसके इश्यू मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से संबोधित किया जा सकता है। इसका तुरंत उत्तर देने व हल करने की बात कही गई है। परिषद की ओर से स्पष्ट किया गया है कि नैक किसी भी रूप में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से ऐसी एजेंसियों या व्यक्तियों को प्रोत्साहित नहीं करता है। सभी संस्थानों से अपील की गई है कि वे ऐसी एजेंसियों-व्यक्तियों से अवगत रहें और लुभावनी बातों में आने से बचें। मूल्यांकन के दौरान इस प्रकार की गतिविधि का पता चलने पर इसका नकारात्मक असर भी पड़ेगा। बता दें कि विवि समेत एक दर्जन से अधिक संस्थानों का दूसरे चरण के लिए मूल्यांकन होना है। जबकि, अन्य का पहले चरण के लिए मूल्यांकन होगा। कोरोना संक्रमण के कारण संस्थान बंद हैं। इस कारण एसएसआर जमा करने में विलंब हो रहा है।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.