VIDEO : अंतिम सांस लेने से पहले कह गई मुजफ्फरपुर की बेटी- आरोपित को भी मिले सजा-ए-मौत
मौत वाली रात से चंद घंटे पहले दिन में कहा- मैैं पढऩा चाहती हूं। बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई कर जीवन में आगे बढऩा चाहती हूं। जब मैैं सफल हो जाऊंगी तो समाजसेवा करूंगी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। मुझे इंसाफ चाहिए। जिसने मुझे इस हालत में लाकर खड़ा किया है। उसको (आरोपित) भी इसी तरह की सजा मिले। राजधानी पटना स्थित अपोलो अस्पताल के बर्न वार्ड में भर्ती अहियापुर की बेटी सोमवार को पूरे हिम्मत के साथ अपने साथ हुई घटना के बदले इंसाफ मांग रही थी। अपने साथ हुई घटना का उल्लेख करते हुए जब उसने आरोपित के लिए सजा-ए-मौत की मांग की तो फिर वहां मौजूद सबकी आंखें नम हो गईं।
यहां देखें : अंतिम सांसें लेने से पहले पीडि़ता ने क्या कहा
नर्सिंग की पढ़ाई कर करना चाहती थी
93 फीसद जल जाने के बाद भी पीडि़ता ने हिम्मत नहीं हारी थी। अदम्य हिम्मत का परिचय देते हुए मौत वाली रात से चंद घंटे पहले दिन में कहा- मैैं पढऩा चाहती हूं। बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई कर जीवन में आगे बढऩा चाहती हूं। जब मैैं सफल हो जाऊंगी तो समाजसेवा करूंगी।
दिन में नहीं किया था ठीक से भोजन
सोमवार की सुबह से ही पीडि़ता की हालत खराब होने लगी थी। बावजूद इसके वह किसी से भी बात करने में न तो डर रही थी। नहीं कोई हिचक थी। साथ रह रही बहन को बार-बार कहती थी- हाथ में दर्द हो रहा है। फिर भी हिम्मत से बार-बार एक ही बात दोहरा रही थी- मुझे इंसाफ चाहिए।
जिंदा होती तो आज चढ़ाया जाता खून
अस्पताल में सोमवार की सुबह से जब पीडि़ता की हालत बिगडऩे लगी तो उसे बचाने की तमाम कोशिश चिकित्सक करने लगे। चिकित्सकों ने उसके शरीर में खून की कमी बताई थी। ताजा खून चढ़ाने पर बल दिया था। रक्दाता भी मिल गए थे। मंगलवार की सुबह उसे खून चढ़ाया जाना था। लेकिन, इसी बीच सोमवार की रात करीब 11:30 बजे उसने दम तोड़ दिया।
कोई फिर से ऐसा दुस्साहस नहीं करे
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा ने 10 दिसंबर को जब अस्पताल में भर्ती पीडि़ता से मुलाकात की थी तो उसने अपना दर्द बयां करते हुए कहा था- 'मैं रहूं न रहूं, दोषियों को सजा जरूर मिले। सजा ऐसी मिले कि कोई फिर इस तरह का दुस्साहस करने की हिम्मत न करे।'
पीडि़ता ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि इस घटना से पहले उसने कई बार उस लड़के के खिलाफ पुलिस से और लड़के के माता-पिता से शिकायत की थी, लेकिन किसी ने भी कोई कार्रवाई नहीं की। इस कारण उसके साथ यह घटना हुई है। उसने अध्यक्ष से हाथ जोड़ते हुए कहा कि दोषियों को बिल्कुल भी नहीं छोड़ा जाए। मुलाकात के बाद महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पूरी कोशिश होगी कि दोषी को सजा मिले और उसे इंसाफ भी मिल सके।