Muzaffarpur Weather Update: सुबह-सुबह झमाझम बारिश से मौसम हुआ सुहाना, वीकेंड के बारे में यह है पूर्वानुमान
Today Weather in Muzaffarpur आज पूरे दिन आसमान में बादल छाए रहने की संभावना है। अधिकतम व न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे आ गया है। हवा की दिशा में भी किसी प्रकार के बदलाव के संकेत नहीं मिल रहे हैं। थोड़े-थोड़े अंतराल के बाद बारिश हो सकती है।
मुजफ्फरपुर, जासं। Today Weather in Muzaffarpur: वीकेंड यानी रविवार की शुरुआत झमाझम बारिश से हुई है। इसकी वजह से मौसम सुहाना हो गया है। जिला और आसपास के लोगों को गर्मी से राहत मिली है। अभी उत्तर व पूरब दिशा से हवा चल रही है। गर्मी के बाद हुई बारिश की वजह से आर्द्रता 76 प्रतिशत हो गया है। जो काफी आर्द्र कहा जा सकता है। आज का अधिकतम तापमान 37 डिग्री के आसपास रहने का अनुमान है। डा. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा तथा एक्यूवेदर की ओर से जारी मौसम पूर्वानुमान के अनुसार रविवार को पूरे दिन रुक-रुक कर गरज के साथ बारिश होती रहेगी। आसमान में बादल छाए रहेंगे। इसलिए यदि छुट्टी के दिन भी घर से बाहर निकलने की मजबूरी हो तो बारिश से बचाव के उपाय जरूर साथ लेकर जाना चाहिए। इससे परेशानी कम होगी। हालांकि शाम और रात के समय थोड़ बदलाव देखने को मिल सकता है। रात के समय आसमान साफ रहने का अनुमान है।
डा. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के नोडल पदाधिकारी मौसम वैज्ञानिक डा. ए. सत्तार ने बताया कि अगले एक-दो दिनों तक आसमान में बादल छाए रहेंगे। इसके बाद वर्षा हो सकती है। 30 व 31 मई और एक जून को कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है। दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी व शिवहर जिले में एक जून के आसपास मध्यम वर्षा होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि पूर्वानुमान अवधि में अधिकतम तापमान 36 से 39 व न्यूनतम 24 से 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। सापेक्ष आद्र्रता सुबह में 75 से 85 व दोपहर में 35 से 45 प्रतिशत रहने की संभावना है। औसतन 18 से 25 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से पुरवा हवा चलने का अनुमान है।
कृषि कार्य में सर्तकता बरतें किसान
किसानों के लिए जारी समसामयिक सुझाव में कहा गया है कि विगत दिनों में उत्तर बिहार में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हुई है, जिससे खेतों में हल्की नमी आई है। अगले एक से दो दिनों के बाद फिर कहीं-कहीं हल्की वर्षा होने की संभावना को देखते हुए किसानों को कृषि कार्यों में सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। रबी मक्का की दौनी व दाने सुखाने में विशेष सावधानी रखें। मूंग व उरद की तैयार फलियों की तोड़ाई अविलंब कर लें। लीची तोडऩे के बाद बगीचों की जुताई कर खाद व उर्वरकों का प्रयोग करें।