बारिश के बावजूद कम नहीं हुआ मुजफ्फरपुर का प्रदूषण स्तर, प्रदूषित शहरों में देश में दूसरा स्थान Muzaffarpur News
राजधानी पटना की स्थिति देश में पहले नंबर पर रही। जबकि मुजफ्फरपुर दूसरे स्थान पर है। पटना में पीएम 2.5 स्तर 351 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रिकॉर्ड किया।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। शुक्रवार को बारिश के बावजूद वायु प्रदूषण में राजधानी पटना की स्थिति देश में पहले नंबर पर रही। जबकि मुजफ्फरपुर दूसरे स्थान पर है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा शुक्रवार को देश के 102 शहरों की जारी वायु गुणवत्ता सूचकांक में पटना और मुजफ्फरपुर का पीएम 2.5 का स्तर 300 माइक्रोग्राम से ऊपर रिकॉर्ड किया गया।
पटना में पीएम 2.5 स्तर 351 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रिकॉर्ड किया गया। गुरुवार को यह आंकड़ा 402 था। शुक्रवार को बारिश के बाद वायु गुणवत्ता थोड़ी सुधरी। मुजफ्फरपुर में पीएम 2.5 का स्तर 328 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रहा। देश के 23 शहरों में हवा की गुणवत्ता खराब पाई गई। सबसे खराब हवा पटना और मुजफ्फरपुर की रही।
सड़कें हुईं किचरमय, चलना दुश्वार
दिनभर रूक-रूक हो रही से बारिश से शहर की मुख्य व गली-मोहल्लों की सड़कें कीचरमय हो गई है। इससे लोगों का चलना दुश्वार हो गया है। वहीं नाली उड़ाही कर सड़क किनारे छोड़ा गया कचरा भी किचर बनकर सड़कों पर पसर गया है। लोगों ने आरोप लगाया कि शहर की दुर्दशा का जिम्मेवार निगम प्रशासन है। बारिश से निगम के द्वारा नालियों से निकाले गए कचरे फिर से उसमें चले जा रहे हैं।
वहीं सड़कों पर फैल जा रहा है। इससे लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। इसका ताजा उदाहरण मिठनपुरा पानी टंकी से हाथी चौक तक नाले से निकला गया कचरा है। बारिश के कारण यह सड़क पर फैल गया है। गाडिय़ों के चक्के से लगकर लोगों के शरीर पर छींटे पड़ रहे हैं।