मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल में तैनात एनेस्थेटिक गायब रहे तो उनके वेतन से दूसरे का होगा भुगतान
खुद गायब रहकर बाहर से निजी एनेस्थीसियन को बुलाने की डीएम को मिली थी शिकायत। दो एनेस्थीसियन की सदर अस्पताल में है तैनाती एक आते हैं पटना से। स्वास्थ्य विभाग के गुणवत्ता सुधार समिति की बैठक में डीएम ने दिया था कार्रवाई का निर्देश।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। सदर अस्पताल में आपरेशन बाधित नहीं होगा। अगर यहां पर तैनात मूर्छक अपने काम पर बिना सूचना गायब रहेंगे बाहर से दूसरे निजी को बुलाया जाएगा तो उसका भुगतान उनके वेतन से होगा। जिलाधिकारी प्रणव कुमार के आदेश के बाद सिविल सर्जन डा.यूसी शर्मा ने उपाधीक्षक को बताया है। डीएम को शिकायत मिली कि सदर अस्पताल में तैनात मूर्छक खुद गायब रहकर आपरेशन के समय बाहर से निजी बुला रहे हैं। डीएम ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने निर्देश दिया है कि अगर बाहर से मूर्छक को बुलाया जाता है तो उनका भुगतान सदर अस्पताल में तैनात मूर्छक के वेतन से राशि काटकर किया जाए।
कई आपरेशन टल चुके
जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल में दो मूर्छक तैनात हैं। इनमें से एक पटना से आते हैं। दोनों ही प्रतिनियुक्ति पर हैं। इनके गायब रहने की शिकायत कई बार उनके साथ-साथ डीएम से की गई। इनके नहीं रहने पर सदर अस्पताल में कई आपरेशन टल चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के गुणवत्ता सुधार समिति की बैठक में मूर्छक के नहीं रहने पर डीएम ने कार्रवाई के निर्देश दिए थे। सदर अस्पताल में प्रसव से लेकर सामान्य आपरेशन भी इन्हीं दो एनेस्थेसियन के भरोसे है। इसलिए यह सख्ती की गई है कि यहां पर आपरेशन का काम बाधित नहीं हो।
कुढ़नी में बेकरी दुकान को किया सील
जिला खाद्य संरक्षा पदाधिकारी सुदाम चौधरी ने कुढ़नी के रघुनाथपुर बसंत में बिना लाइसेंस चल रही बेकरी दुकान सील किया है। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों से लिखित शिकायत मिली थी कि राजू पासवान की बेकरी दुकान के खाद्य पदार्थों में गुणवत्ता का अभाव है। लाइसेंस भी नहीं ले रखा है। जांच के समय लाइसेंस नहीं था और सामान भी दूषित मिले। दुकान से नमूने लिए गए हैं जिसे शनिवार को महाराष्ट्र के ठाणे में लैब जांच के लिए भेजा जाएगा। चौधरी ने कहा कि अमानक खाद्य बेंचने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।