निरीक्षी जज न्यायमूर्ति ने कहा- आपराधिक मामले समझने की पाठशाला रहा मुजफ्फरपुर
जिला बार एसोसिएशन ने न्यायमूर्ति राजेंद्र कुमार मिश्र का किया स्वागत। जिला जज ने कहा न्याय व न्यायालय में आम लोगों की आस्था रखेंगे कायम।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। हाईकोर्ट के निरीक्षी जज न्यायमूर्ति राजेंद्र कुमार मिश्र ने कहा है कि उनके लिए मुजफ्फरपुर कोर्ट आपराधिक मामले की न्यायिक प्रक्रिया समझने की पाठशाला रही है। वे इलाहाबाद में दीवानी मामले के अधिवक्ता थे। जब वे यहां न्यायाधीश बने तो उन्होंने यहीं आपराधिक मामले की कानूनी प्रक्रिया को समझा। इसमें उस समय के वरीय अधिवक्ताओं ने बहुत ही सहयोग किया।
मुजफ्फरपुर से उनका आत्मीय संबंध है। उनके लिए इलाहाबाद के बाद यह दूसरा घर है। जब भी वे इस रास्ते से गुजरते तो यहां का अपनापन उन्हें खींचने लगता। यहां के कई अधिवक्ताओं का नाम अब भी उन्हें याद है। उन्होंने कहा कि सीखना एक सतत प्रक्रिया है। न्यायिक अधिकारियों व अधिवक्ताओं को कभी सीखने से परहेज नहीं करना चाहिए।
अनजाने में गलतियां सभी से होती हैं, इसमें उपरी अदालत में सुधार की गुंजाइश बनी रहती है। जानबूझ कर कोई गलती नहीं हो इसका खास ध्यान रखा जाना चाहिए। न्यायमूर्ति शनिवार को जिला बार एसोसिएशन की ओर से अपने सम्मान में आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। बार लाइब्रेरी हॉल में आयोजित समारोह की अध्यक्षता एसोसिएशन के अध्यक्ष नवल किशोर प्रसाद सिन्हा ने तथा संचालन संयुक्त सचिव केशव कुमार ने किया। जिला जज शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि न्याय व न्यायालय पर लोगों की आस्था व अटूट विश्वास को वे हर हाल में कायम रखेंगे। इस अवसर पर सभी न्यायिक अधिकारी मौजूद थे।
स्टेशन गेट की सुरक्षा में सहयोग की अपील
जिला बार एसोसिएशन की मांग पर खोले गए स्टेशन रोड के गेट की सुरक्षा को लेकर निरीक्षी जज ने जिला व पुलिस प्रशासन को सहयोग करने की अधिवक्ताओं से अपील की। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी व एसएसपी को बुलाकर उन्हें इसकी जानकारी व कुछ निर्देश दिया है।
मॉर्निंग कोर्ट का समय बढ़ाने के लिए हाईकोर्ट में दें प्रार्थना पत्र
जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नवल किशोर प्रसाद सिन्हा ने एक अप्रैल से शुरू हो रहे मॉर्निंग कोर्ट के खुलने का समय 40 मिनट बढ़ाने की मांग न्यायमूर्ति के समक्ष रखी। उन्होंने इसे हाईकोर्ट का क्षेत्राधिकार बताया। उन्होंने इस संबंध में हाईकोर्ट के समक्ष प्रार्थना पत्र देने की सलाह दी। उन्हें इस पर कोई आपत्ति नहीं है।
समारोह को एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष कुमोद सहाय व वरीय संयुक्त सचिव अरविंद कुमार ने भी संबोधित किया।
समारोह में एडवोकेट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बीके लाल, महासचिव रामशरण प्रसाद सिंह व बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष जयमंगल प्रसाद, सुनीता कुमारी, डॉ. संगीता शाही, जयप्रकाश सहाय, विभूतिनाथ झा, महेश श्रीवास्तव, अरविंद कुमार सिंह, राजू शुक्ला, आनंद कुमार सिंह, राजीव कुमार सिंह, अशोक कुमार सिंह, वीरेंद्र कुमार, आरए एजाजी, प्रमोद कुमार शाही, पीपी केदारनाथ सिंह, जीपी नगीना सिंह, चंद्रभूषण सिंह मंटू, अरुण कुमार चौधरी, रंजू सिन्हा, अंजू रानी, आशा झा, प्रेम पासवान, डॉ. राजेश अनुपम, मुकेश कुमार, संजय कुमार सिन्हा, धीरज कुमार, संजीव कुमार ,पंकज कुमार सिंह, रंजीत भट्ट व सुधीर कुमार सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता शामिल थे।