Muzaffarpur Coronavirus News Update:कोरोना चेन को तोडऩे के लिए बनेंगे 36 नए कंटेंनमेंट जोन
Muzaffarpur Coronavirus News Updateजिले में अबतक बने 747 कंटेनमेंट जोन नए इलाके की हो रही घेराबंदी पुलिस भी रखेगी नजर। ये सभी कंटेनमेंट जोन 24 दिनों में बनाए गए हैं। नए कंटेनमेंट जोन की घेराबंदी करने का कार्य शुरू हो गया है।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना की चेन को तोडऩे के लिए जिले में 36 नए कंटेनमेंट जोन बनाए जाएंगे। सिविल सर्जन डॉ. एसके चौधरी ने इसका प्रस्ताव पूर्वी और पश्चिमी एसडीओ को भेजा है। जिले में अब तक 747 कंटेनमेंट जोन बनाए जा चुके हैं। ये सभी कंटेनमेंट जोन 24 दिनों में बनाए गए हैं। नए कंटेनमेंट जोन की घेराबंदी करने का कार्य शुरू हो गया है। सीएस ने कहा कि लगातार मरीज मिल रहे हैं। ऐसे में माइक्रो कंटेनमेंट जोन की जगह पर अब कंटेनमेंट जोन बनाने का निर्देश दिया गया है। इसकी घेराबंदी भी की जा रही है, ताकि मरीज बाहर ना जा सकें। इसके अलावा पुलिस को भी इस पर नजर रखने को कहा गया है।
इन जगहों पर बनाए जाएंगे कंटेनमेंट जोन
अहियापुर वार्ड-3,मिर्जापुर वार्ड-1, रामदास मझौली वार्ड-4, बोचहां वार्ड- 2, बाजितपुर, वार्ड 6,बोचहां वार्ड-8,मैदापुर वार्ड-9, मैदापुर वार्ड- 8, मझौली वार्ड- 8, नरमा वार्ड- 8, नरमा वार्ड- 8, सकरवाड़ा, गायघाट, रतनपुरा कांटी, बसतपुर, कांटी, बरहीमा,नरगिस जगदीश, कांटी, अंबा वार्ड- 8, कटरा, मधेपुरा कटरा, छाजन पसरवाड़ा, कुढऩी, हरिहरपुर, मोतीपुर, शंकरपुरी सादपुरा, लक्षमी नारायण नगर, पंचवटी कॉलोनी, बीबीगंज, नंद बिहार कॉलोनी, दाउपुरकोठी, एमआइटी, न्यू कॉलोनी, ब्रह्मपुरा, पारू पोखर, लेन-2, अहियापुर मुशहरी वार्ड-3, मिठनपुरा, ड्रोनपुर झपहां, वार्ड-4, रामबाग रोड वार्ड-38, लखमी नारायण नगर, लेन-9 बेला, नवोदय स्कूल, नरौली, बाजितपुर वार्ड- 9 सकरा, आमगोला ओङ्क्षरट क्लब, वार्ड 30 शामिल है। सिविल सर्जन ने कहा कि हर जगह पर आशा के माध्यम से मरीज के स्वास्थ्य की निगरानी होगी।
मेडिकल के कोविड सेंटर में कभी लग सकती आग
मुजफ्फरपुर : महाराष्ट्र की घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर जिले में फायर ऑडिट शुरू कर दी गई। शनिवार को श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के कोविड सेंटर से जांच शुरू की गई। सभी वायङ्क्षरग जर्जर पाए गए। फायर ऑफिसर संतोष कुमार पांडेय ने कहा कि एसकेएमसीएच के कोविड सेंटर में कभी आग लग सकती है। यहां फायर अलार्म नहीं है। स्मॉग डिटेक्शन नहीं हैं। हाइडेंट सिस्टम नहीं है। स्थाई पानी की टंकी नहीं है। उन्होंने उक्त कोविड सेंटर के अधीक्षक को 30 दिनों में कार्य पूरा कराने को कहा है। उन्होंने कहा कि 30 दिनों बाद वे फिर इसकी जांच करेंगे। इसके पहले ही सभी तैयारी पूरी कर लेनी है। फायर ऑफिसर ने बताया कि एसकेएमसीएच के बाद सदर अस्पताल और निजी अस्पतालों की जांच की जाएगी।