Muzaffarpur Coronavirus Cases Update: मरीज की मौत पर सीएस नाराज, सरैया व बंदरा पीएचसी प्रभारी से मांगा जवाब
Muzaffarpur Bihar Coronavirus News Update कोरोना मरीज की मौत तक की सूचना नहीं प्रभारी को बीडीओ व विधायक ने कराया अंतिम संस्कार। सीएस ने कहा कि पीएचसी प्रभारी को यह जानकारी रखनी चाहिए कि उनके यहां कितने मरीज होम आइसोलेशन में हैं। किसकी मृत्यु हो गई।
मुजफ्फरपुर, जासं। Muzaffarpur, Bihar Coronavirus News Update: कोरोना मरीजों को लेकर पीएचसी प्रभारी संवेदनशील नहीं है। पारू व बंदरा में एक-एक मरीज के मौत की जानकारी वहां के प्रभारी को नहीं थी। यह मामला सामने आने के बाद सिविल सर्जन डॉ.एसके चौधरी ने नाराजगी जताते हुए रिपोर्ट तलब की है।
सीएस ने कहा कि पीएचसी प्रभारी को यह जानकारी रखनी चाहिए कि उनके यहां कितने मरीज होम आइसोलेशन में हैं। किसकी मृत्यु हो गई, क्योंकि आशा का एक बड़ा नेटवर्क उनके पास है। अगर गांव में मरीज मर जाता है तो उसका दाह-संस्कार कैसे हो, यही नहीं उसके संपर्क में आने वालों की पहचान व जांच होनी चाहिए। सीएस ने सरैया प्रखंड के बारे में बताया कि वहां पर एक मरीज की मौत हो गई। वहां के विधायक अशोक ङ्क्षसह व बीडीओ की मदद से उसके शव को श्मशान तक पहुंचाया गया। प्रभारी को जानकारी तक नहीं थी। सभी सीएचसी व पीएचसी प्रभारियों को निर्देश दिया है कि जिले की हर पंचायत व प्रखंड में कोविड से मरीज पीडि़त हैं। ऐसे में वह होम आइसोलेशन में हैं। अगर इस दौरान उनकी मौत हो जाती है तो उसकी जानकारी दें। इसके साथ जिसके घर में मौत हो जाए उसके घर वालों को पांच-पांच किलो ब्लीचिंग पाउडर व चूना भी उपलब्ध कराएं। वह अपने घर व आसपास में संक्रमण रोकने के लिए छिड़काव कर सकें।
अब सभी पीएचसी में उपलब्ध रहेगा ऑक्सीजन सिलेंडर
मुजफ्फरपुर : शहर के बाद अब ग्रामीण इलाके में कोरोना का कहर बढऩे के बाद पीएचसी स्तर पर ऑक्सीजन की व्यवस्था होगी। सीएस डॉ.एसके चौधरी ने बताया कि जिले के 12 सीएचसी व चार पीएचसी में कोरोना मरीजों के लिए पांच-पांच ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराए जा रहे हैैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में भी अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हैं। अगर उनका ऑक्सीजन लेवल कम होता है तो सीएचसी व पीएचसी से संपर्क कर उन्हें सिलेंडर उपलब्ध करा सकते हंै। यही नहीं अगर उनकी हालत गंभीर होती है तो सीएचसी व पीएचसी प्रभारी रेफर कर एंबुलेंस से सदादपुरा स्थित कोविड केयर अस्पताल भेजेंगे। ऐसे में उनका इलाज हो पाएगा और उनकी जान बच सकती है। सीएस ने कहा कि ऐसे मरीज जो होम आइसोलेशन में हैैं उनकी तबीयत की जानकारी भी सीएचसी व पीएचसी से फोन पर ली जाएगी ताकि उन्हें जब भी ज्यादा परेशानी हो तो उनका इलाज किया जा सके।