शहरवासियों की सेहत से खिलवाड़, जहां-तहां डंप किया जा रहा कचरा Muzaffarpur News
कचरा ठिकाना लगाने को नहीं मिल रही जगह समस्या को लेकर गंभीर नहीं है नगर निगम। समय रहते नहीं चेता निगम प्रशासन तो सड़कों पर लग जाएगा कचरे का ढेर।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। शहरवासियों की सेहत से खिलवाड़ हो रहा। डंपिंग स्थल के अभाव में प्रतिदिन जहां-तहां सैकड़ों टन कचरे को डंप किया जा रहा। कचरा डंप करने के कारण शहर के कई पोखर-तालाब, खेल मैदान एवं सार्वजनिक स्थल बर्बाद हो चुके हैं। अब सड़कों के किनारे कचरे को डंप किया जा रहा। इससे न सिर्फ राहगीरों को सड़ांध के बीच से होकर गुजरना पड़ रहा, बल्कि आसपास की आबादी भी प्रभावित हो रही।
ग्रामीणों के विरोध के कारण रौतनिया में कचरे की डंपिंग बंद है। ऐसे में कचरा डंप करने को निगम सुरक्षित स्थल तलाश नहीं कर पाया है। ऐसे में शहर से प्रतिदिन निकलने वाले डेढ़ सौ टन कचरे को ठिकाना लगाना मुश्किल हो गया है। कुछ दिनों तक शेरपुर में कचरे को डंप किया गया, लेकिन वहां भी विरोध होने के बाद कुछ दिनों तक बोचहां में एक ग्रामीण द्वारा उपलब्ध कराई गई जमीन पर डंप किया गया। लेकिन, अब तो वह भी भर गया। अब नेशनल हाईवे के किनारे दादर में कचरे को डंप किया जा रहा।
समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहा निगम प्रशासन
शहर से निकलने वाले कचरे को ठिकाना लगाना निगम के लिए गंभीर चुनौती बनती जा रही। बावजूद निगम गंभीर नहीं हो पा रहा। रौतनिया डंपिंग स्थल को फिर से चालू करने के लिए राह तलाशने की बात हो या फिर नए डंपिंग स्थल का विकास, निगम कदम नहीं उठा रहा। जहां-तहां कचरे को ठिकाना लगाकर काम चलाया जा रहा है। इसका खामियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा।
इस समस्या पर अपर नगर आयुक्त विशाल आनंद ने कहा कि निगम कचरा डंपिंग स्थल को लेकर गंभीर है। रौतनिया विवाद को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। कचरे के निष्पादन के वैकल्पिक व्यवस्था पर भी विचार चल रहा है। जल्द ही निदान खोज लिया जाएगा।
वहीं, इस बारे में महापौर सुरेश कुमार ने कहा कि शहर से निकलने वाले कचरे का निष्पादन एक बड़ी समस्या है। इस विषय पर अधिकारियों से बातचीत करेंगे। समस्या समाधान को उपाए किए जाएंगे।
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