मोतिहारी में 25 हजार रुपये रिश्वत लेते डीआरडीए कर्मी को निगरानी ने दबोचा, इस तरह मिली सफलता
प्रधान सहायक धुरी तिवारी को 25 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोच लिया। वे केसरिया के एक आवास सहायक के खिलाफ जांच के आदेश का पत्र प्रखंड विकास पदाधिकारी के यहां भेजने के लिए 25 हजार रुपये रिश्वत ले रहे थे।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। निगरानी विभाग ने मंगलवार को स्थानीय समाहरणालय परिसर में छापेमारी कर जिला ग्रामीण विकास अभिकरण (डीआरडीए) के प्रधान सहायक धुरी तिवारी को 25 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोच लिया। वे केसरिया के एक आवास सहायक के खिलाफ जांच के आदेश का पत्र प्रखंड विकास पदाधिकारी के यहां भेजने के लिए 25 हजार रुपये रिश्वत ले रहे थे।
कर्मचारी को रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया
निगरानी टीम उन्हें पकड़कर अपने साथ ले गई है। निगरानी के डीएसपी विमलेन्दु कुमार ने बताया कि केसरिया थाना क्षेत्र के चांदपरसा गांव निवासी सिकंदर सहनी ने इसकी शिकायत निगरानी में की थी। शिकायत का सत्यापन करने के बाद जाल बिछाकर कर्मचारी को रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया। जानकारी के अनुसार सिकन्दर सहनी की पत्नी ङ्क्षचता देवी ने केसरिया के आवास सहायक पंकज कुमार, नागेन्द्र कुमार व कमलेश कुमार पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दूसरी किस्त की राशि निर्गत करने के लिए दस हजार रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। इसकी शिकायत उसने जिलाधिकारी से की थी।
शिकायत के आलोक में जांच के लिए बीडीओ को आदेश का पत्र निर्गत करने के लिए डीआरडीए के प्रधान सहायक धुरी तिवारी द्वारा 25 हजार रुपये की मांग की जा रही थी। उस रिश्वत को लेने के लिए प्रधान सहायक ने सिकंदर को समाहरणालय में बुलाया था। इसी दौरान कर्मचारी रिश्वत के रुपये के साथ दबोच लिया गया। निगरानी टीम में डीएसपी श्री कुमार के अलावा इंस्पेक्टर सुशील यादव, सत्येन्द्र राम, ईश्वर प्रसाद, राजीव कुमार शामिल थे।