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केंद्रीय कारा के टी सेल से काल कर अपराधी रच रहा था वारदात की साजिश, मोबाइल जब्त

अमर शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा के टी सेल नंबर दो में सोमवार को औचक तलाशी में एक मोबाइल जब्त किया गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Dec 2021 01:49 AM (IST)Updated: Tue, 07 Dec 2021 01:49 AM (IST)
केंद्रीय कारा के टी सेल से काल कर अपराधी रच रहा था वारदात की साजिश, मोबाइल जब्त

मुजफ्फरपुर : अमर शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा के टी सेल नंबर दो में सोमवार को औचक तलाशी में एक मोबाइल जब्त किया गया। बताया गया कि सेल में बंद एक कुख्यात अपराधी इसका इस्तेमाल कर रहा था। वह जेल के अंदर से मोबाइल पर काल कर बाहर सक्रिय अपराधियों के साथ बातचीत कर वारदात की साजिश रच रहा था। पुलिस की वैज्ञानिक जांच टीम को इसकी जानकारी मिली। इसके अलावा जेल आइजी मिथिलेश मिश्रा को भी इसकी सूचना मिलते ही उन्होंने स्थानीय कारा प्रशासन को औचक तलाशी का निर्देश दिया। इस पर तलाशी में टी सेल नंबर दो के अंदर एक मोबाइल व चार्जर जब्त किया गया। मोबाइल में सिम कार्ड भी लगा था, लेकिन उसे खरोंचा गया था। इसके बाद इंटरनेट मीडिया पर मैसेज वायरल होने लगा। स्थानीय जेल प्रशासन इसकी जानकारी देने से बचता रहा। जेल के अधिकारियों ने फोन को रिसीव करना भी उचित नहीं समझा। इसके बाद जेल आइजी से बात करने पर उन्होंने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर केंद्रीय कारा से एक मोबाइल जब्त किया गया है। मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई जा रही है।

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मिठनपुरा थानाध्यक्ष भागीरथ प्रसाद ने बताया कि जेल की ओर से मामला दर्ज कराया गया है। प्राथमिकी में बताया गया है कि एक काला रंग का छोटा मोबाइल व सिम कार्ड रगड़ा हुआ मिला है। वहां से एक चार्जर भी बरामद किया गया है। इसमें सीतामढ़ी भोराहां के बंदी शांतनू कुमार सिंह को नामजद किया गया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि वह मीनापुर के पानापुर ओपी में हत्या के एक मामले में जेल में बंद है। सिम कार्ड का डिटेल्स निकालकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। डिटेल्स में ही पता चलेगा कि किस-किस से आरोपित बंदी की बात हो रही थी। उक्त बंदी पटना के गिट्टंी कारोबारी योगेन्द्र की हत्या मामले में जेल में बंद है। पुलिस की तरफ से उस पर चार्जशीट भी दायर की जा चुकी है।

बता दें कि कुख्यात अपराधी को टी सेल में रखा जाता है। ऐसे में वहां मोबाइल पहुंचना जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाता है। मामले में जांच का आदेश दिया गया है। इसके बाद जेल कर्मियों पर कार्रवाई की जा सकती है। बता दें कि इसके पहले भी जेल में औचक तलाशी में मोबाइल, चार्जर व सिम कार्ड आदि प्रतिबंधित सामान जब्त किए जा चुके हैं। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद भी जांच-दर-जांच चल रही है। पुलिस की तरफ से सजा दिलाने की कवायद पूरी नहीं की जा सकी है।


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